हाइलाइट्स
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राजू अग्रवाल लंबे समय से कर रहा है अवैध पटाखा फैक्टरी का संचालन
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ब्लैक लिस्टेड होने के बाद भी चल रही थी अवैध पटाखा फैक्टरी
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हरदा के एक बड़े नेता के संरक्षण की बात आ रही सामने
Harda Factory Blast: हरदा में अवैध पटाखा फैक्टरी में हुए धमाके की गूंज भोपाल तक सुनाई दी है। यह फैक्टरी हरदा के ही राजू अग्रवाल की है। यह वही राजू अग्रवाल हैं जिनकी अवैध पटाखा फैक्टरी (Harda Factory Blast) में दो बार हादसे हो गए।
करीब आधा दर्जन लोग इन हादसों में अपनी जान गवा चुके हैं। बावजूद इसके प्रशासन और पुलिस की नींद नहीं टूटी। प्रशासन की लापरवाही से 6 फरवरी, मंगलवार को इतना बड़ा हादसा हुआ।
इन हादसों से प्रशासन ने नहीं लिया सबक
हरदा से मिली जानकारी के अनुसार करीब पांच साल पहले भी राजू अग्रवाल की फैक्टरी में हादसा हुआ था। जिसमें चार लोगों की जान गई थी।
प्रशासन ने कार्रवाई की तो अवैध पटाखों (Harda Factory Blast) का यह खेल राजू ने अपने घर से शुरु कर दिया। करीब तीन साल पहले यहां भी आग लगने से दो लोगों को जान गवानी पड़ी थी।
ब्लैक लिस्टेड फिर भी संचालित होती रही फैक्टरी
Harda Firecracker Factory Blast: राजू अग्रवाल की अवैध पटाखा फैक्टरी में पहले भी दो बार हादसे, आधा दर्जन ने गवाई जान! नहीं टूटी पुलिस और प्रशासन की नींद#Factory #HardaFire #MadhyaPradesh #crackers #MPNews #Blast @CMMadhyaPradesh
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इन हादसों के बाद राजू अग्रवाल को ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया। बावजूद इसके जिला मुख्यालय में अधिकारियों की नाक के नीचे यहां फैक्टरी (Harda Factory Blast) संचालित होती रही, जो जांच का विषय है।
एक कद्दावर नेता के संरक्षण की भी चर्चा
हरदा सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राजू अग्रवाल को हरदा के ही एक कद्दावर नेता का संरक्षण मिला हुआ है। यही कारण है कि हादसों के बाद कार्रवाई तो हुई, लेकिन उसके अवैध पटाखा निर्माण की फैक्टरी (Harda Firecracker Factory Blast) कभी बंद ही नहीं हुई।
मध्यप्रदेश के अब तक हुए बड़े धमाके
साल 2002 : बड़नगर में ही एक अन्य पटाखा फैक्टरी (Harda Firecracker Factory Blast) में विस्फोट हुआ था। इसमें 2 लोगों की मौत हुई थी।
साल 2011 : टीकमगढ़ में अवैध पटाखा फैक्ट्री में धमाके के बाद सात लोगों की मौत हो गयी थी।
7 अक्टूबर 2011 : इंदौर के राऊ स्थित पटाखा फैक्टरी में विस्फोट के बाद 7 लोग जिंदा जल गए थे।
4 मई 2014 : बड़नगर की पटाखा फैक्टरी में विस्फोट से 12 महिलाओं सहित 15 लोगों की मौत हो गई थी।
मई 2015: हरदा के मानपुरा में बारूद में ब्लास्ट से लोग झुलसे थे। जिसमे एक व्यक्ति को अपनी जान गंवानी पड़ी थी।
5 जुलाई 2015: हरदा के मगरधा रोड पर फटाका फैक्टरी में धमाका हुआ था, जिसमे करीब 3 लोग बारूद में झुलस गए थे।