नई दिल्ली: हिन्दु धर्म में जितना भगवान को Peepal Tree Remedies मूर्तियों के रूप में पूजा जाता है उतना ही प्रकृति के रूप में पेड़—पौधों की भी पूजा की जाती है। फिर चाहे बड़, शमी के पौधे की बात करें या पीपल की। पीपल के पेड़ (Peepal Tree) के भी पूजन बहुत महत्व है। कुंडली के ग्रहों से शुभ फल की प्राप्ति के लिए भी ज्योतिष में पीपल के पेड़ की पूजा (Peepal Tree Puja) करने और उसके नीचे दीपक जलाने की सलाह दी जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं इन पौधों के पूजन में हुई एक भी गलती आपको बड़ी परेशानी में डाल सकती है।
पीपल की पूजा करने के हैं कई लाभ –
एक साथ तीनों देवताओं की पूजा
मान्यता अनुसार दिव्य पेड़ों पर देवी-देवताओं निवास करते हैं। इसलिए विशेष अवसरों पर इनका पूजन जरूर करना चाहिए। पीपल के वृक्ष की बात करें तो ऐसी मान्यता है कि इनकी जड़ में ब्रह्माजी, तने में विष्णुजी और ऊपरी भाग में शिवजी वास करते हैं। इनका पूजन आपको तीनों देवताओं की कृपा दिला सकता है।
मां लक्ष्मी का होता है वास
कहते हैं शनिवार के दिन पीपल के पेड़ में देवी लक्ष्मी निवास करती हैं। अगर जीवन भर यश, वैभव धन—संपदा चाहते हैं तो शनिवार के दिन पीपल के पेड़ में जल जरूर चढ़ाएं। यह उपाय गुरुवार को किया जा सकता है।
शनि के दोष होते हैं दूर
जिन लोगों की कुंडली में शनि दोष (Shani Dosh) है। उन्हें पीपल के पेड़ का पूजन करना लाभकारी हो सकता है। शनि देव को प्रसन्न करने व उनसे शुभ फल की प्राप्ति के लिए शनिवार के दिन सूर्यास्त के समय इस पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दिया जलाना चाहिए।
ये सावधानी हैं बहुत जरूरी
1 — रविवार का दिन पीपल को स्पर्श करना वर्जित है। इस दिन कभी Peepal Tree Remedies भी पीपल में जल अर्पित नहीं करना चाहिए। अगर आप ऐसा करते हैं तो आर्थिक नुकसान झेलना पड़ सकता है।
2 — इस दिन पीपल का पेड़ काटना भी अशुभ होता है। ऐसा करना वंश वृद्धि रोकने का कारण बन सकता है।
3 — पीपल का पेड़ कभी भी घर में नहीं लगाना चाहिए। मंदिर, पार्क या सड़क किनारे लगाना चाहिए।
(नोट: इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारी और मान्यताओं पर आधारित हैं।बंसल न्यूज इनकी पुष्टि नहीं करता है। इस पर अमल करने से पहले अपने ज्योतिष की सलाह ले लें।)