नई दिल्ली। चीन, हांगकांग, जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और थाईलैंड से भारत आने वाले आगंतुकों को 13 फरवरी से ‘एयर सुविधा’ मंच पर प्रस्थान-पूर्व ‘कोविड जांच रिपोर्ट’ डालने और अपनी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी देने की जरूरत नहीं होगी।
कोरोना के कम मामलों पर लिया फैसला
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि सरकार ने देशों में पिछले चार हफ्तों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों के लगातर कम होने के मद्देनजर यह फैसला किया है। नागर विमानन मंत्रालय में अपने समकक्ष राजीव बंसल को बृहस्पतिवार को भेजे एक पत्र में भूषण ने कहा कि उनका मंत्रालय कोरोनो वायरस संक्रमण के मामलों में लगातार कमी के मद्देनजर अपनी ‘गाइडलाइन्स फॉर इंटरनेशनल अराइवल्स’ में बदलाव कर रहा है। उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की कोविड-19 की स्थिति से जुड़ी अद्यतन जानकारी के अनुसार, पिछले 28 दिन में (उससे पहले के 28 दिन की तुलना में) वैश्विक स्तर पर नए मामलों की संख्या में 89 प्रतिशत गिरावट आई है।भारत में कोरोनो वायरस संक्रमण के मामलों में गिरावट जारी है, एक दिन में 100 से कम नए मामले सामने आ रहे हैं।
निर्देशों में बदलाव का लिया फैसला
पत्र में कहा गया, ‘‘ उपरोक्त स्थिति के मद्देनजर मंत्रालय अपने अंतरराष्ट्रीय आगमन से जुड़े दिशानिर्देश में बदलाव कर रहा है और नागर विमानन मंत्रालय के मंच ‘हवाई सुविधा’ पर चीन, सिंगापुर, हांगकांग, कोरिया गणराज्य, थाईलैंड और जापान से आने वालेअंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए प्रस्थान पूर्व ‘कोविड जांच रिपोर्ट’ डालने और अपनी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी देने की अनिवार्यता समाप्त कर रहा है।’