Parenting Tips For PTM: सभी राज्यों में स्कूलों में नया सेशन शुरू हो गया है। नई क्लास की कक्षाएं शुरू हो गई हैं। अप्रैल महीने की स्कूल के बाद डेढ़ महीने की गर्मियों की छुट्टियां (Summer Vaccation) लग जाएंगी।
समर वेकेशन के पहले स्कूलों में पेरेंट्स टीचर मीटिंग (parents teacher meeting) होगी। ऐसे में अगर आप भी पीटीएम (PTM) में पूछे जाने वाले सवालों को लेकर अगर कंफ्यूज रहते हैं तो आज हम आपके साथ शेयर करने जा रहे हैं आज गर्मियों की छुट्टियों के पहले पीटीएम में पूछे जाने वाले क्या हैं (PTM Tips For Parents)।
पीटीएम से पहले बच्चों से बात
जिस दिन भी स्कूल में पीटीएम (PTM) है उसके पहले बच्चों बात जरूर कर लें। उनकी क्या परेशानी है। टीचर का उनके प्रति बिहेवियर कैसा है। टीचर उसकी बातों पर ध्यान दे रहे हैं या नहीं।
प्रेक्टिस बुक का क्या करना चाहिए
आज कल प्राइमरी सेक्शन में बच्चों को हिन्दी और इंग्लिश राइटिंग (English Writing) के लिए प्रेक्टिस वर्क बुक दी जाती है। ऐसे में यदि आपका बच्चा भी प्राइमरी सेक्शन में है। तो इसके लिए आप पीटीएम (Parenting Tips for PTM in Hindi) में टीचर से ये जरूर पूंछे कि क्या इन प्रेक्टिस बुक्स को गर्मियों की छुट्टियों में कंप्लीट कराया जा सकता है। ताकि छुट्टियों का उपयोग हो सके। साथ ही बच्चों की राइटिंग स्किल भी बढ़े।
अक्सर देखा गया है कि स्कूल में बच्चों से ये बुक्स मंगवा तो ली जाती हैं लेकिन इनका उपयोग रेगुलर क्लासेस में नहीं हो पाता। जिसके बाद सेशन खत्म होने पर ये किताबें रखी रह जाती हैं। साथ ही पैसों की भी बर्बादी होती है।
बच्चों की परफार्मेंस को लेकर करें बात
बच्चा हर सब्जेक्ट में होशियर हो ऐसा जरूरी नहीं। इसलिए पीटीएम में टीचर से बच्चों के वीक प्वाइंट को लेकर बात ( ptm question) करना न भूलें।
बच्चा जिस सब्जेक्ट में कमजोर (Week Subject) है उसमें किस चीज पर ध्यान देना है। इन बातों का पता लगाया जा सके।
किस विषय में इंट्रेस्ट
बच्चे की संगत का उसकी पर्सोनाल्टी (Personality) पर सीधा असर होता है। ऐसे में यदि बच्चे की एक्टिविटी (Activity) आपको बदली दिख रही है या उसका पढ़ाई में मन कम लग रहा है तो आपको स्कूल में उसकी पार्टनरशिप का पता लगाना होगा।
इसके लिए आप बेहिचक स्कूल में उसके साथी के बारे में टीचर से जरूर बात करें। अगर बच्चे का पार्टनर सही नहीं है तो आपको इसे लेकर टीचर से बात करनी चाहिए।
परीक्षा के पैटर्न को समझ लें
आमतौर पर गर्मियों की छुट्टियों के बाद स्कूल रिओपन होने पर पीटी वन यानी पीरियोडिक टेस्ट (PT 1) होते हैं। ऐसे में सेशन शुरू होने पर जो सिलेबस पढ़ाया जाता है उसका टेस्ट होता है। इन टेस्टों के सभी नंबर फायइन मार्कशीट में भी काउंट होते हैं। इसलिए अभी से ही पीटी वन के एक्जाम पैटर्न को टीचर से समझ लें (PTM Tips in Hindi) ।
बच्चा सोशल है या नहीं
आप जब पीटीएम (PTM) में जाएं तो बच्चे की सोशल एक्टिविटी के बारे में टीचर से जरूर बात करें। बच्चा किसी से बात करता है या नहीं। स्पोटर्स एक्टिविटी में पार्टिसिपेट करता है या नहीं। ताकि इसके इंट्रोवर्ड नेचर को पहचानकर हम उसे थोड़ा सोशल बना सकें। आज के तकनीकि युग में बच्चे मोबाइल पर समय बिताते हैं, ऐसे में उनका इंट्रोवर्ड (Introvert) नेचर बच्चे को और अधिक बना देता है। इन कमियों को दूर करके बच्चे को गुड वॉय बना सकें।
स्पेशल चाइल्ड के लिए टीचर
अक्सर ऐसा होता है कि आज के समय मे सिलेबस कंप्लीट करने पर ज्यादा फोकस किया जाता है। जबकि बच्चे को प्रेक्टिकल नॉलेज कम दिया जा रहा है। इसलिए हमें टीचर से पूछना चाहिए (PTM Question in Hindi) कि बच्चे की कमियों को दूर करने के लिए टीचर क्या एफर्ड लगा रहे हैं।
मान लीजिए क्लास में 50 में 40 बच्चे पढ़ाई में एक्टिव हैं, लेकिन 10 बच्चे पढ़ाई में कमजोर हैं। तो उन 10 बच्चों के लिए टीचर क्या एफर्ड लगा लगा रहे हैं। ऐसा नहीं होने पर पेरेंट्स (Parents) मजबूरन बच्चों को ट्यूशन भेज रहे हैं।