PANNA:हीरों की नगरी पन्ना में हीरे की चमक फीकी पड़ गई है।बीते दिन उत्तराखंड में हुए बस हादसे में 26 लोगों की दर्दनाक मौत से पूरा शहर उबर नहीं पा रहा है।इसी बीच स्थानीय सांसद और बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा गांव-गांव जाकर परिजनो से मुलाकात कर रहे हैं।उन्हें यह दु:ख सहने का हौसला दे रहे हैं।सुबह से ही 9 गांवों में मृतकों के पार्थिव शरीर को अग्नि देने की तैयारी चल रही है।कई जगह शवों को पंचतत्व में विलीन कर दिया गया है।कई जगह उनके परिजनो का इंतजार किया जा रहा है।ताकि वे उन्हें अंतिम विदाई दे सकें।
वीडी शर्मा मिल रहे हैं परिजनो से
उन्होने ट्वीट कर लिखा- उत्तराखंड बस हादसे में पन्ना जिले के तीर्थयात्रियों की पार्थिव देह और उनके परिजनों की पीड़ा देखकर बहुत व्यथित हूँ। उडला ग्राम में केन नदी किनारे शीला बाई व उनके पति रामभरोसे शर्मा के अंतिम संस्कार में सम्मिलित होकर दम्पत्ति को नम आंखों से विदायी दी।
उत्तराखंड बस हादसे में पन्ना जिले के तीर्थयात्रियों की पार्थिव देह और उनके परिजनों की पीड़ा देखकर बहुत व्यथित हूँ।
उडला ग्राम में केन नदी किनारे श्रीमती शीला बाई व उनके पति श्री रामभरोसे शर्मा के अंतिम संस्कार में सम्मिलित होकर दम्पत्ति को नम आंखों से विदायी दी।
ॐ शांति! pic.twitter.com/ONT6p1iGA5
— VD Sharma (@vdsharmabjp) June 7, 2022
कल से आज तक
एमपी के पन्ना जिले के तीर्थयात्रियों के साथ हुई दुखद घटना ने पूरे शहर की हलचल को सन्नाटे में बदल दिया है।बता दें चारधाम यात्रा(chardham yatra) में बस हादसे का शिकार हुए पन्ना के तीर्थेयात्रियों के पार्थिव शरीर सोमवार करीब शाम 7:30 बजे एयरफोर्स के विमान से खजुराहो एयरपोर्ट पहुंचे।इन शवों को बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा की उपस्थिति में 9 अलग-अलग गांवों में रवाना किया गया।इनके अंतिम संस्कार की प्रक्रिया मंगलवार को होगी।जैसे ही पार्थिव शरीर गांवों में पहुंचे पूरे गांव में चीख-पुकार मच गई।सभी का इस दुख की घड़ी में रो-रो कर बुरा हाल था।लोग बस पीड़ित परिवर के सदस्यों को रूंधे गले सांत्वना दे रहे थे।लेकिन खुद भी सांत्वना देते-देते आसुओं का अंबार रोक नहीं पा रहे थे।इन दृश्यों को देखकर ऐसा लग रहा था मानो दुख का पहाड़ टूट पड़ा हो।
बुद्ध सिंह साटे गांव में जली 8 चिताएं
ईश्वर की नाइंसाफी की हद तो तब हो गई जब एक ही गांव में 8 चिताएं एक साथ जलाने की तैयारी चल रही है।जिसमें से एक ही परिवार के 6 सदस्य हैं। बताया जा रहा है कि इस गांव में किसी के घर चूल्हे नहींं जले।सभी ग्रामवाशियों ने पीड़ित परिवारों के साथ संवेदना जाहिर करते हुए भूखे रहने का प्रण लिया कि शायद उनके शोक में कमी आए।जिस गांव में घटना हुई है उस गांव में जैसे ही कदम रखा गया चारो तरफ सिर्फ चींखें और पुकारे सुनाई दे रहीं थीं।
मजिस्ट्रियल जांच के आदेश जारी
वहीं उत्तराखंड सरकार ने हादसे की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश जारी कर दिए हैं।अभी तक वजह साफ नहीं है कि हादसा स्टियरिंग फेल होने से हुआ है।या अन्य कोई वजह थी।