Nagriya Nikay Chunav 2021: फिर टल सकते हैं पंचायत चुनाव, गृह विभाग ने निर्वाचन आयोग को बताई यह वजह…

भोपाल। प्रदेश में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव पिछले समय से लगातार टल रहे हैं। कोरोना के कारण कई बार इन चुनावों को आगे बढ़ाया गया है। हालांकि निर्वाचन आयोग ने पंचायच चुनाव कराने के आसार जताए थे। अब निकाय के बाद पंचायत चुनाव भी एक बार टलते नजर आ रहे हैं। इसकी वजह है कि प्रदेश पुलिस फोर्स की 50 कंपनियां तामिलनाडु और पश्चिम बंगाल के चुनावों में पहुंची हैं। यह दोनों कंपनियां दोनों राज्यों में विधानसभा चुनाव के बाद ही वापस होंगी। गृह विभाग ने इसकी जानकारी राज्य निर्वाचन आयोग को भेज दी है। गौरतलब है कि राज्य निर्वाचन आयोग ने हाल ही में प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टरों को निर्देश भेजे थे कि वे चुनाव की तैयारी पूरी कर लें।
आयोग के इन निर्देशों के बाद संकेत मिले थे कि पंचायत चुनाव जल्द ही आयोजित किए जा सकते हैं। वहीं राज्य निर्वाचन के अध्यक्ष वीपी सिंह ने भी कहा था कि बोर्ड परीक्षाओं के चलते अप्रैल में चुनाव आयोजित नहीं कराए जाएंगे। नगरीय निकाय चुनावों के लगातार टलने के चलते आयोग ने पंचायत चुनाव जल्दी कराने का रुख जाहिर किया था। इसी बीच हाईकोर्ट ने भी नगरीय निकाय चुनावों पर रोक लगा दी है। इसको लेकर सरकार सुप्रीम कोर्ट में विशेष अनुमति याचिका दायर कर चुकी है।
प्रदेश की 50 कंपनियां चुनावों में व्यस्त…
गृह विभाग ने हाल ही में राज्य निर्वाचन आयोग को जानकारी दी है कि प्रदेश पुलिस की 50 कंपनियां तामिलनाडु और पश्चिम बंगाल विधानसभा के चुनाव कराने में व्यस्त हैं। भोपाल, जबलपुर और छिंदवाड़ा से बटालियन की 38 कंपनियां पंश्चिम बंगाल और चेन्नई भेजी गईं हैं। वहीं, ग्वालियर से एसएएफ की 12 कंपनियां दोनों राज्यों में तैनात की गईं हैं। पुलिस की 50 में से 30 कंपनियां तामिलनाडु भेजी गई हैं, क्योंकि यहां 234 विधानसभा सीट के लिए एक ही चरण में मतदान होना है। जबकि पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में मतदान हो रहा है। पश्चिम बंगाल चुनावों में परिणाम आने तक पुलिस फोर्स भी वहीं रहेगा। इसी के चलते पंचायत चुनावों पर भी एक बार संकट मंडराने लगा है।