भोपाल। Musical Panchakarma In Khushilal Ayurveda Institute अगर आप आयुर्वेद में विश्वास रखते हैं तो ये खबर आपके काम की है। दरअस शहर के खुशीलाल आयुर्वेद संस्थान में मधुर संगीत के साथ आप पंचकर्म उपचार करवा सकते हैं। जी हां अभी तक आपने ये सुविधा प्राइवेट तौर पर ली होगी लेकिन अब ये आपको सरकारी अस्पताल में भी इसका लाभ मिलेगा। राजधानी भोपाल का खुशीलाल आयुर्वेद संस्थान पहला ऐसा सरकारी संस्थान होगा जहां ये सुविधा शुरू की जा रही है। इसका शुभारंभ आज सीएम शिवराज सिंह चौहान द्वारा किया गया।
पंचकर्म सुपर स्पेशलिटी एवं वेलनेस केंद्र तथा रजत जयंती ऑडिटोरियम भवन का लोकार्पण। #Bhopal https://t.co/3o2CpaJhBf
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) December 6, 2022
केरल की तर्ज पर तैयार संस्थान —
केरल में पर्यटन को बढ़ावा देने में पंचकर्म का बहुत बड़ा योगदान है। ठीक उसी तरह अब एमपी में भी इसे लेकर तैयारी की जा रही है। जी हां शहर में 50 लोगों की क्षमता वाले पंचकर्म विभाग को तैयार किया जा रहा है। जिसके लिए पंडित खुशीलाल शर्मा शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय एवं संस्थान में पहला प्रयोग हो रहा है। इस विभाग की खास बात ये है कि संगीत की धुन पर आप पंचकर्म का आनंद ले पाएंगे। पांच सितारा होटल की की तरह सुविधा यहां मिलेगी। हालांकि इसके लिए आपको निर्धारित शुल्क देना होगा।
10 करोड़ से अधिक की लागत से यूनिट का निर्माण —
भोपाल में शुरू होने वाली इस यूनिट में करीब 10 करोड़ से अधिक की लागत आई है। इसमें दी जाने वाली सुविधाएं पांच सितारा कार्पोरेट पंचकर्म यूनिट की तर्ज पर तैयार हो रही हैं। इतना ही नहीं ये कलियासोत डैम के पास स्थित होने के कारण डैम का दिखता सुंदर नजारा यहां आने वाले लोगों का तनाव भी कम करेगा। पंचकर्म के अलावा यहां लोगों को न्यूरो संबंधी समस्याओं के लिए भी उपचार मिलेगा। वो ऐसे क्योंकि यहां पर न्यूरो स्पाइन सेंटर भी बन रहा है। जिसमें मिर्गी, लकवा और सुन्नापन जैसी बीमारियों का इलाज भी करया जा सकेगा।
हमने तय किया है कि मध्यप्रदेश की धरती पर मेडिकल व इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिंदी में होगी और आयुर्वेद की पढ़ाई तो हिंदी में ही होगी।
बेटियों ने छात्रावास की मांग की थी उनका छात्रावास बन गया है। अगले बजट में भांजो के लिए भी छात्रावास स्वीकृत कर दिया जाएगा। pic.twitter.com/RACFPzIfUH
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) December 6, 2022
टूरिज्म विभाग के सहयोग से पहल —
आपको बता दें इस विभाग को तैयार करने में एमपी टूरिज्म विभाग यानि एमपीटी का सहयोग लिया जा रहा है। इसके लिए इस सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में 20 प्राइवेट वार्ड के अलाववा 20 साधारण और 10 एसी वार्ड की व्यवस्था की जा रही है। अगर आप प्राइवेट वार्ड लेते हैं तो उसमें आपको टीवी, छोटा किचन यहां तक की टेलिफोन की सुविधा दी जाएगी और इन सब सुविधाओं का आनंद आप मधुर संगीत की धुन के साथ पंचकर्म के माध्यम से ले सकेंगे।
यहां नौ प्रकार के पैकेज होंगे
कलियासोत डैम के किनारे आयुर्वेद कालेज कैंपस पंचकर्म वैलनेस सेंटर विदेशी मरीजों को आकर्षित करने के लिए बनाया जा रहा है। स्वदेशी व विदेशी मरीजों को ध्यान में रखकर शुरू किए जा रही इस सुविधा के लिए कुल नौ प्रकार के पैकेज होंगे। जिसमें पांच से नौ हजार प्रतिदिन का पैकेज मरीजों के लिए रहेगा। जिसमें विदेशी मरीजों के लिए एसी कमरों की व्यवथा रहेगी। आपको बता दें फिलहाल प्रदेश में पचमढ़ी में पंचकर्म सेंटर है। लेकिस खुशीलाल संस्थान भोपाल का ऐसा पहला संस्थान होगा जहां सरकार द्वारा सइ सेंटर की सुविधा शुरू की जा रही है।
सीएम की बातें —
- मुख्यमंत्री ने डॉ भीमराव अंबेडकर जी की पुण्यतिथि पर बोर्ड ऑफिस चौराहे पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया। सीएम ने कहा कि बाबा साहेब ने सामाजिक न्याय, समरसता व समानता का जो मार्ग दिखाया,उस पर आगे बढ़ते हुए हम देश के नवनिर्माण में योगदान दें।
- धीरे-धीरे आयुर्वेद में रिसर्च खत्म हो गया है, इसलिए मेरी इच्छा है कि हम नित नए रिसर्च करें। आपको जो संसाधन चाहिए वह मैं उपलब्ध कराऊंगा, लेकिन आप आज यह संकल्प लीजिए कि यह शोध का सेंटर बने।
- आयुर्वेद एक ऐसी विधा है जिसे पूरी दुनिया जल्द ही संपूर्णता के साथ अपनाएगी। आयुर्वेदिक दवाओं का प्रचलन लगातार बढ़ता जा रहा है। हम धीरे-धीरे यह व्यवस्था कर रहे हैं कि अस्पताल में आयुर्वेदिक डॉक्टर भी हों और एलोपैथिक डॉक्टर भी हों।
- एलोपैथी की अपनी उपयोगिताएं हैं, लेकिन आयुर्वेद एक संपूर्ण विधा है। आयुर्वेद में नाड़ी देखकर ही रोग का पता लगा लेते थे। रोग का मूलकारण पता करते थे। जब तक मूलकारण पता नहीं होगा तो रोग कैसे ठीक होगा? आयुर्वेद का लोहा आज पूरी दुनिया मान रही है।
- मुझे कहते हुए प्रसन्नता है कि हमारा खुशीलाल आयुर्वेदिक चिकित्सालय एक नए स्थान पर पहुंच गया है। आयुर्वेद, पंचकर्म और योग का समन्वय करते हुए संपूर्ण स्वास्थ्य कैसे व्यक्ति प्राप्त करे, इसके लिए यहां सारी व्यवस्थाएं की गई हैं। यहां रिसर्च लैब और ऑडिटोरियम भी है। कोविड के समय में जब कोई रास्ता नहीं सूझ रहा था, तब आयुर्वेद और योग ने रास्ता दिखाया।