May Panchak 2024: अप्रैल का महीना खत्म होने वाला है। इसके बाद शुरुआत होगी मई महीने की। यदि आप भी मई में कोई शुभ करने की सोच रहे हैं तो इसके लिए पहले आपको शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurat) देख लेना चाहिए।
जी हां किसी अच्छे काम की शुरुआत के पहले राहुकाल, शुभ मुहूर्त तो देखा ही जाता है साथ ही साथ पंचकों का भी बड़ा अहम रोल होता है। ज्योतिष में पंचकों में शुभ कार्य की मनाही होती है।
अगले महीने गुरु और शुक्र अस्त रहेंगे साथ ही साथ पंचक भी शुभ काम में अडंगा डालेंगे। यदि आप भी मार्च में शुभ काम करने की सोच रहे हैं तो इससे पहले जान लें कि मई में पंचक कब से शुरु होंगे।
मई में पंचक कब से हैं (When Panchak to Start in March)
ज्योतिषाचार्य पंडित राम गोविंद शास्त्री के अनुसार मई के महीने में पंचकों की शुरुआत प्रारंभ में ही हो जाएगी। (May Panchak 2024) ज्योतिषाचार्य पंडित राम गोविंद शास्त्री के अनुसार मई में पंचक 2 मई को सुबह 11:42 मिनट से शुरु हो रहे हैं। जिनकी समाप्ति 6 मई को शाम 04:31 पर होगी।
ऐसे होती है पंचक की गिनती
पंचक पांच दिन के होते हैं, लेकिन ज्योतिषीय गणना के अनुसार नक्षत्र (Nakshatra) साढ़े चार दिन के नक्षत्र होते हैं। जिनमें से घनिष्ठा नक्षत्र (Ghanishtha Nakshatra) का आधा नक्षत्र गिना जाता है। इसके बाद चार नक्षत्र गिनकर पंचक बनते हैं।
किसे कहते हैं पंचक
नक्षत्र कई तरह के होते हैं। इनमें से कुछ शुभ और कुछ अशुभ होते हैं। अशुभ नक्षत्रों होते हैं उनमें शुभ काम करना वर्जित होता है। ज्योतिषीय गणना में जब धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वा भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद एवं रेवती समेत पांच नक्षत्र (Panchak Nakshatra) एक साथ आते हैं तो इसकी युति यानी इन सभी का एकसाथ होता अशुभ माना जाता है। नक्षत्रों की इस स्थिति को ही पंचक कहते हैं।
पंचकों में मृत्यु का क्या मतलब होता है
आपने कई बार देखा होगा परिवार या रिश्तेदारों में किसी मृत्यु होती है तो पंचकों के पहले उनकी खारी यानी अस्थियां लेना अच्छा नहीं माना जाता। ऐसी भी मान्यता है कि यदि पंचकों में किसी की मृत्यु (Death in Panchak) हो जाए तो लगातार पांच दिन तक इसी तरह के अशुभ समाचार मिलते रहते हैं। साथ ही परिवार के सदस्य को मृत्यु तुल्य, कष्ट भोगना पड़ सकता है।
क्या होता है पंचक
ज्योतिष के अनुसार कुंभ (Kumbh Rashi) और मीन राशि (Meen Rashi) में चंद्रमा के गोचर को पंचक कहते हैं।
पंचक कितने तरह के होते हैं
पंचकों मुख्य रूप से पांच तरह के होते है। इसमें रोग पंचक, राज पंचक, अग्नि पंचक, चोर पंचक, मृत्यु पंचक शामिल हैं।
क्या होते हैं रोग पंचक
जब किसी महीने पंचक रविवार के दिन से शुरू हों तो उसे रोग पंचक कहते हैं।
क्या होते हैं राज पंचक
जब किसी महीने में पंचकों की शुरुआत सोमवार से हो तो उसे राज पंचक (Raj Panchak 2024) कहते हैं।
क्या होते हैं अग्नि पंचक
जब किसी माह में पंचक मंगलवार से शुरू हों तो उसे अग्नि पंचक (Agni Panchak 2024) कहते हैं।
क्या होते हैं चोर पंचक
जब पंचकों की शुरआत किसी महीने के शुक्रवार से हो तो उसे चोर पंचक (Chor Panchak 2024) कहते हैं।
क्या होते हैं मृत्यु पंचक
जब पंचक शनिवार के दिन पड़े तो इसे मृत्यु पंचक (Mrityu Panchak 2024) कहते हैं। बुधवार और गुरुवार को पड़ने वाले पंचकों को सोमवार और मंगलवार के पंचक के समान माना जाता है।
पंचकों में क्या नहीं करते
ऐसा माना जाता है पंचकों में कोई भी शुभ काम नहीं करना चाहिए। पंचक में लकड़ी या लकड़ी का सामान घर नहीं लाना चाहिए। इस दौरान चारपाई बुनवाना भी वर्जित माना गया है। इस दौरान दक्षिण दिशा की यात्रा करना वर्जित है। साथ ही घर को भी इस दौरान रंगरोगन और पेंट नहीं कराना चाहिए।
मई में अग्नि पंचक कब से हैं
ज्योतिषाचार्य पंडित राम गोविंद शास्त्री के अनुसार अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार मई और हिन्दू कैलेंडर के अनुसार वैशाख के महीने में अग्नि पंचक आएंगे। वो इसलिए क्योंकि इस महीने में 2 मई से पंचकों की शुरुआत हो रही है। 2 मई को गुरुवार है। जब पंचकों की शुरुआत गुरुवार से होती है तो वे पंचक अग्नि पंचक कहलाते हैं।
यह भी पढ़ें:
Mangal Gochar 2024 Meen: मंगल बदलेगा मौसम का मिजाज, ओला वृष्टि-बारिश के योग, क्या होगा आप पर असर