फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन financial transactions या कहें कि वित्तीय लेन-देन में हमेशा हमारा साथ देने वाले पैन कार्ड को क्या कभी आपने एक बार भी “थैंक यू”, “धन्यवाद” या “शुक्रिया” कहा है या नहीं। अगर नहीं तो अभी यह कहने का बिल्कुल सही मौका है, क्योंकि भारत में इस वर्ष 2022 में पैन कार्ड pan card अपनी 50वीं जन्म जयंति या “गोल्डन एनिवर्सरी” golden anniversary मना रहा है। Pan Card Golden Jubilee Anniversary शायद आपके पर्स, डायरी अलमारी या बैग में रखे इस महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट के बारे में आपको फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन वर्क के अलावा इसकी Golden Jubilee Anniversary रोचक जानकारियों के बारे में सोचने का भी मौका नहीं मिला होगा। आज हम आपको बता रहे हैं भारत में पैन कार्ड और पैन कार्ड की गोल्डन एनिवर्सरी pan card golden anniversary से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां। 50th birthday of pan card
दरअसल भारत में साल 1972 में पैन कार्ड सिस्टम को लागू किया था। इस लिहाज से वर्ष 2022 में पैन कार्ड के प्रचलन में आने के 50 वर्ष पूरे हो चुके हैं। वर्ष 1972 में भारत सरकार ने आयकर अधिनियम 1961 की धारा 139ए के तहत पैन कार्ड को वैधानिक बना दिया था। शुरू में एक स्वैच्छिक प्रक्रिया के तहत पैन को 1976 में देशभर में किए जाने वाले सभी कर भुगतान के लिए आवश्यक कर दिया गया था। इन 50 सालों में पैन कार्ड के इस्तेमाल और स्वरूप में कई बदलाव देखे गए हैं। हम इसे पैन कार्ड की स्वर्ण जयंती इसीलिए कह सकते हैं, क्योंकि पचासवीं जयंती या वर्षगांठ के लिए स्वर्ण जयंती या golden anniversary कहा जाता है। pan card Interesting facts
5वें अक्षर का आपसे संबंध
पैन कार्ड में दिए गए 10 अंको के यूनीक नंबर की एक रोचक जानकारी यह है कि हर व्यक्ति के पैन कार्ड के यूनीक अंकों का 5वां अक्षर पैन कार्ड धारक व्यक्ति के अंतिम नाम या उपनाम का पहला शब्द होता है। PAN acknowledgement number वहीं गैर-व्यक्तिगत पैन कार्ड धारक व्यक्तियों के लिए 5वां शब्द व्यक्ति के नाम का पहला अक्षर होता है। e-PAN card
पैन कार्ड की एक्सपायरी नहीं होती
यहां आपको बता दें कि किसी भी व्यक्ति का पैन कार्ड pan card Expire नहीं होता है। ये लाइफ टाइम के लिए होता है। इसीलिए पैन कार्ड पर pan card expiry date एक्सपायरी डेट नहीं लिखी होती है।
पैन कार्ड का दूसरा नाम भी होता है
पैन कार्ड PAN Card का फुल फॉर्म Permanent Account Number या स्थाई खाता नंबर होता है। इसे पैन कार्ड का दूसरा नाम भी कहा जाता है। पैन कार्ड Income Tax Department की देखरेख में UTI / NSDL संस्था के जरिए जारी किया जाता है। PAN card full form in Hindi and English
यह भी है नियम
भारत में इनकम टैक्स के नियमों के तहत यदि कोई भी व्यक्ति अपने पहले पैन कार्ड के होते हुए दूसरा पैन कार्ड बनवाता है तो उसे गैर कानूनी माना जाता है। ऐसी स्थिति में Income Tax Department इनकम टैक्स डिपार्टमेंट भारी जुर्माना वसूल सकता है।
पिता-मां का नाम ही दर्ज होता है
नियमों के अनुसार पैन कार्ड में पिता का नाम लिखा जाना अनिवार्य है, लेकिन कुछ स्थितियों में सिर्फ मां का नाम भी पैन कार्ड पर दर्ज कराया जा सकता है। वहीं महिला के पैन कार्ड पर भी पिता – या माता का नाम दर्ज किया जाता है। पति का नाम पैन कार्ड पर दर्ज नहीं किया जाता।
भारत में इतने पैन कार्ड
एक जानकारी के मुताबिक भारत में वर्ष 2020 की शुरुआत तक 43.34 करोड़ से ज्यादा स्थायी पैन धारक थे। वहीं वर्ष 2022 की शुरुआत में आधार कार्ड से लिंक पैन कार्ड की संख्या 43,34,75,209 पर थी।
मोबाइल पर ले सकते हैं जानकारी
यदि कोई व्यक्ति अपने मोबाइल पर पैन कार्ड की जानकरी लेना चाहता है तो वह कुछ स्टेप्स फॉलो करके जानकारी ले सकता है। इसके लिए पैन कार्ड धारक को पैन कार्ड से लिंक मोबाइल नंबर से पहले “NSDLPAN” लिखना होगा, इसके बाद 15 अंकों में एकनॉलेजमेंट लिखकर “57575″ पर SMS कर दें। कुछ ही देर बाद व्यक्ति को एसएमएस के माध्य से ID proof पैन कार्ड के स्टेटस के बारे में जानकारी मिल जाती है।
पैन कार्ड न हो तो
यदि किसी व्यक्ति के पास पैन कार्ड नहीं है तो भी वह बैंक में अपना बचत बैंक खाता खुलवा सकता है। इसके लिए खाता खुलवाने वाले व्यक्ति के लिए फॉर्म 60 को भरकर जाम करना होता है। भारत में 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने के बाद पैन कार्ड बनवाया जाता है, लेकिन जानकारी के मुताबिक 18 वर्ष की उम्र से कम में भी पैन कार्ड बनवाने के लिए अप्लाई किया जा सकता है।
ऐसे कर सकते हैं पैन कार्ड की जांच
यदि कोई व्यक्ति अपने पैन कार्ड की जांच करना चाहता है या कहें कि पैन कार्ड ओरिजनल है या नहीं तो वह अपने मोबाइल में आयकर विभाग का ऐप डाउनलोड करके ऐसा कर सकता है। एप डाउनलोड करने के बाद पैन कार्ड पर दिए गए क्यूआर कोड को स्कैन करके यह जानकारी हासिल की जा सकती है। वहीं इनकम टैक्स की वेबसाइट के जरिए भी पैन कार्ड को चेक किया जा सकता है।
यहां होता है उपयोग
पैन कार्ड का उपयोग बैंक खता खोलने के लिए, वाहन खरीदने-बेचने के लिए, क्रेडिट और डेबिट कार्ड के लिए, फॉरेन एक्सचेंज के लिए, लोन के लिए, फिक्स्ड डिपॉजिट के लिए, डीमैट एकाउंट के लिए, Demat Account, आभूषण खरीदने के लिए, संपत्ति खरीदने सहित अन्य कामों में किया जाता है।
पैन कार्ड की डिटेल जानने के लिए यह स्टेप्स फॉलो करें –
– सबसे पहले e-Filing website पर जाएं। यहां Know Your PAN कार्ड पर क्लिक करें
– यहां अपनी जन्म तिथि भरें।
– इसके बाद अपना सरनेम, मिडिल नेम और फर्स्ट नेम भरें।
– स्क्रीन पर दिख रहा कैप्चा कोड भरें।
– इसके बाद सबमिट पर क्लिक कर दें।