Baloda Bazar News: बलौदाबाजार जिले में पलारी पुलिस और नगर पंचायत अध्यक्ष के बीच हुए विवाद के कारण एसपी विजय अग्रवाल ने थाना प्रभारी (टीआई) और दो कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया। यह घटना एक हंगामे के बाद हुई, जिसके बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की।
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बीजेपी नगर पंचायत अध्यक्ष के साथ हुआ था विवाद
दरअसल, बलौदाबाजार (Baloda Bazar News) के पलारी थाना क्षेत्र में बीजेपी नगर पंचायत अध्यक्ष यशवर्धन उर्फ मोनू वर्मा और उनके साथियों के साथ पुलिसकर्मियों का विवाद हो गया था। जानकारी के मुताबिक, टीआई केसर पराग को सूचना मिली थी कि यशवर्धन वर्मा और उनके कुछ साथी बस स्टैंड पर शराब के नशे में तेज आवाज में गाने सुन रहे हैं।
इसके बाद टीआई पराग ने कांस्टेबल मनीष बंजारे और मोहन राय को मौके पर भेजा। वहां पुलिसकर्मियों और वर्मा के समर्थकों के बीच विवाद बढ़ गया।
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पलारी थाने का किया था घेराव
विवाद के बाद पूर्व विधायक सनम जांगड़े और अन्य बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पलारी थाने का घेराव कर लिया और दोनों कांस्टेबल और थानेदार पर कार्रवाई की मांग की। स्थिति तनावपूर्ण होने पर एसपी विजय अग्रवाल ने एक घंटे के भीतर ही थाना प्रभारी केसर पराग और दोनों कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया। इसके बाद ही मामला शांत हुआ।
हालांकि, इस एक्शन पर टीआई और कांस्टेबल ने असंतोष व्यक्त किया है और इस कदम को लेकर अपनी आपत्ति जताई है।
पुलिसकर्मियों और वर्मा के समर्थकों के बीच हुई थी मारपीट
एएसपी अभिषेक सिंह ने जानकारी दी कि यह घटना 9.30 बजे के आसपास हुई। थाना परिसर के सामने सड़क पर नगर पंचायत अध्यक्ष यशवर्धन वर्मा और उनके साथियों द्वारा कार में तेज आवाज में गाने बजाए जा रहे थे, जिसके बाद थाना प्रभारी ने दो आरक्षकों को शांत कराने भेजा।
लेकिन पुलिसकर्मियों और वर्मा के समर्थकों के बीच झूमाझटकी और मारपीट हो गई। इस घटनाक्रम के बाद भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. सनम जांगड़े भी थाने पहुंचे और उनके कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया।
नशे में थे यशवर्धन वर्मा
एएसपी के अनुसार, यशवर्धन वर्मा का मुलाहिजा कराया गया, और डॉक्टर ने एमएलसी में यह पुष्टि की कि उन्होंने शराब पी थी। इसके बाद, उनकी ओर से जो आवेदन प्राप्त हुआ है, उसे जांच के लिए एक टीम गठित की गई है, जिसका नेतृत्व राजेश श्रीवास्तव कर रहे हैं। जांच में कोई भी बाधा न आए, इस कारण थाना प्रभारी और दो आरक्षकों को निलंबित कर दिया गया है।
इसके साथ ही, एफआईआर दर्ज करने के लिए सीसीटीवी फुटेज निकाले जाएंगे और उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस घटना से जुड़ा एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें नगर पंचायत अध्यक्ष यशवर्धन वर्मा “मेरे जैसा गुंडा कोई नहीं” कहते हुए नजर आ रहे हैं।
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