Pakistan Railways : पाकिस्तान इन दिनों आर्थिक संकट से जूझ रहा है। देश की अर्थव्यव्सथा पूरी तरह से धव्स्त हो चुकी है। सरकार के पास सरकार चलाने के लिए खजाना खाली हो चुका है। इतना नहीं। सरकार ने खर्चे में कटौती कर दी है तो वही ऊर्जा में बचत करने के लिए कई कदम उठाए हैं। सबसे बड़ी बात तो यह है कि पाकिस्तान रेलवे के पास रेल चलाने के लिए तेल नहीं बचा, और तो और सैलरी देने के लिए रेलवे का खजाना भी खाली हो गया।
रेलवे के पास नही बचा रिजर्व ईंधन
पाकिस्तान में आर्थिक संकट इस कदर गहरा गया है कि सरकार के ज्यादा विभागों के पास अपना खर्च चलाने के लिए बजट नहीं बचा है। रेलवे की हालत तो और बुरी है। रिपोर्टों की मानें तो रेलवे के पास केवल तीन दिनों का ईंधन का रिजर्व बचा है। कुछ दिनों पहले रेलवे के तेल का स्टॉक केवल एक दिन के लिए बचा था। इसके चलते कराची से लाहौर के बीच मालगाड़ियों के संचालन में कटौती करनी पड़ी। रेलवे की बदहाली देखने के बाद एक वरिष्ठ अधिकारी को कहना पड़ा कि सरकार यदि स्थितियों को यदि ऐसे ही नजरंदाज करती रही तो रेलवे को दिवालिया होने में समय नहीं लगेगा। यही नहीं रेलवे कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिल पा रहा है। उन्हें वेतन देने में 15 से 20 दिनों की देरी हो रही है।
अमेरिकी ने की थी मदद
बता दें कि अफगानिस्तान युद्ध के समय अमेरिका ने पाकिस्तान की मदद की थी। पाकिस्तान को अमेरिका से कोलिशन सपोर्ट फंड के नाम पर आर्थिक सहायता मिलती रही। हालांकि, यह मदद 2018 से बंद हो गई। साल 2015 में उसे सर्वाधिक 64.9 अरब डॉलर की आर्थिक सहायता मिली। पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में इजाफे और व्यापार घाटे में संतुलन लाने के लिए सऊदी अरब ने साल 2013 में उसे 1.5 अरब डॉलर का अनुदान दिया।