हाइलाइट्स
-
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने शहबाज शरीफ
-
भारत के साथ खास नहीं रहे शहबाज के रिश्ते
-
कश्मीर को पाकिस्तान में मिलाने पर दिया था बयान
Pakistan PM: पाकिस्तान में चुनाव का 1 महीने से ज्यादा समय गुजरने के बाद अब जाकर सरकार बन पाई है. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के वरिष्ठ नेता शहबाज शरीफ को प्रधानमंत्री चुना गया है. नवनिर्वाचित संसद में नावाज ने अपना बहुमत हासिल किया है. शहबाज का शपथ ग्रहण समारोह सोमवार को होगा. बता दें पीएमएल-एन और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने गठबंधन के साथ सरकार बनाई है.
भारत से चिढ़ते हैं शहबाज
शहबाज शरीफ भारत के खिलाफ कई बार बयान दे चुके हैं. 2018 में उन्होंने कश्मीर के खिलाफ बयान देते हुए कहा था कि हमारा खून खौल रहा है. कश्मीर को हम पाकिस्तान का हिस्सा बनाकर रहेंगे.इसके बाद पीएम रहते हुए उन्होंने कहा था कि हम भारत के साथ शांति चाहते हैं लेकिन कश्मीर मसले को सुलझाए बिना शांति नहीं हो सकती है. अब पीएम बनने के बाद शहबाज (Pakistan PM) का रुख कितना बदलेगा ये देखने वाली बात होगी.
संबंधित खबर: Pakistan Poll Result: क्या नवाज़ के सिर सजेगा ताज? जानिए भारत के साथ कैसे रहे उनके रिश्ते
संबोधन भाषण के दौरान फिसली शहबाज की जुबान
शहबाज पाकिस्तान के 24 वें पीएम चुने गए. पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ के छोटे भाई शहबाज शरीफ (Pakistan PM) दूसरी बार पीएम बने हैं. पीएम पद के लिए चुने जाने के बाद संबोधन भाषण के दौरान शहबाज की जुबान फिसल गई. इस दौरान उन्होंने खुद को विपक्ष का नेता कह दिया था.
I want to thank everyone for selecting me as the leader of the opposition.
Shehbaz Sharif boot poolishya!pic.twitter.com/MGVeArBVFB
— wanderer (@Ahmeds4ys) March 3, 2024
इमरान के उम्मीदवार को मिले 92 वोट
पीएम चुने जाने के लिए शहबाज को 336 सदस्यों वाली सीनेट में 169 वोट चाहिए थे. पीएमएल-एन और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के संयुक्त उम्मीदवारों ने शहबाज 201 वोट दिए. पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान जेल में बंद हैं. उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के उम्मीदवार उमर अयूब खान को सदन में 92 वोट मिले है. इस दौरान उमर अयूब के समर्थकों ने जमकर हंगामा किया. सोमवार को शहबाज शरीफ राष्ट्रपति भवन में पीएम (Pakistan PM) पद की शपथ लेंगे.
ये था सीटों का गणित
8 फरवरी को पाकिस्तान में आम चुनाव हुए थे. इसमें पीएमएल-एन को 75 सीटों पर जीत मिली. जबकि जेल में बंद इमरान खान की पार्टी के समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार 90 से ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज की.वहीं पीपीपी ने 54 सीटों पर जीत दर्ज की थी. किसी को बहुमत नहीं मिलने पर पेंच फंसा हुआ था.