Turkey Earthquake: मदद के लिए तुर्की जा रहे भारतीय सेना के विमान को पाकिस्तान ने नहीं दिया रास्ता? जानिए क्या है मामला

Turkey Earthquake: मदद के लिए तुर्की जा रहे भारतीय सेना के विमान को पाकिस्तान ने नहीं दिया रास्ता? जानिए क्या है मामला

Turkey Earthquake: बीते दिन तुर्की में आप भूकंप ने वहां सब कुछ उजाड़ कर रखा दिया है। अब तक 3500 से ज्यादा लोग तबाही में अपनी जान गवां चुके है। जबकि हजारों लोग इस तबाही में घायल हुए हैं। 8 हजार से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है, जबकि रेस्क्यू अभियान अभी भी जारी है। वहीं सोमवार को भारत ने तुर्की को मदद देने का ऐलान किया था। जिसके बाद भारतीय वायुसेना का विमान राहत सामग्री और एनडीआरएफ की टीम को लेकर तुर्की के लिए उड़ा।

इसी बीच एक दावा किया जा रहा है कि तुर्की जा रहे भारतीय विमान को पाकिस्तान ने अपने एयरस्पेस में एंट्री देने से इनकार कर दिया। कहा जा रहा है कि भारतीय वायु सेना के सी-17 ग्लोबमास्टर विमान को दूसरा हवाई रास्ता चुनना पड़ा क्योंकि पाकिस्तान ने अपने एयरस्पेस के इस्तेमाल की इजाजत देने से मना कर दिया। हालांकि भारत या फिर पाकिस्तान की ओर से इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

तुर्की के राजदूत ने ये कहा

वहीं जब इस मामले में भारत में तुर्की के राजदूत से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि इस बारे में उन्हें कुछ जानकारी नहीं है। वहीं जब भारतीय वायुसेना के अधिकारी से यह पूछा गया कि क्या पाकिस्तान ने अपने एयरस्पेस में एंट्री देने से मना किया तो उन्होंने कहा- हमारे एयरक्राफ्ट स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर के तहत पाकिस्तान के एयरस्पेस का इस्तेमाल नहीं करते हैं। हमारे प्लेन यूरोप या पश्चिमी एशिया जाने के लिए गुजरात की तरफ से लंबा वाला रूट लेते हैं।

भारत कभी भी पाकिस्तानी एयरस्पेस का इस्तेमाल नहीं करता

बता दें कि भारत अपनी सेना के विमानों को कहीं भेजने के लिए कभी भी पाकिस्तानी एयरस्पेस का इस्तेमाल नहीं करता है और ना ही इसके लिए पाकिस्तानी एविएशन से अनुमति मांगता है। खास बात यह है कि जब साल 2021 में तालिबान ने अफगानिस्तान पर फिर से कब्जा कर लिया था। उस वक्त भी भारतीय वायुसेना वहां फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए ईरानी एयरस्पेस का इस्तेमाल किया था।

भूकंप ने मचाई तबाही

बीते सोमवार को तुर्की में आए भूकंप ने वहां भयंकर तबाही मचाई है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बड़ी-बड़ी इमारतें ताश की पत्तों की तरह बिघर चुकी है। हादसे में अब 3500 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. जबकि हजारों लोग इस तबाही में घायल हुए हैं. 8 हजार से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है जबकि रेस्क्यू अभियान अभी भी जारी है।

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