भोपाल: राजधानी में पिछले एक हफ्ते से तेज धुप व उमस भरी गर्मी का मौसम बना हुआ है। इस वजह से जहां लोग गर्मी से परेशान हो रहे हैं वहीं सांपों के निकलने के मामले भी तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। जी हां, सर्प विशेषज्ञ ने बताया कि इस समय सांप निकलने के मामले 30% तक बढ़े हैं, इन दिनों भोपाल में सांप निकलने की रोजाना 40 शिकायतें आती हैं। जबकी आम दिनों में ये शिकायतें सिर्फ 15 रहती हैं।
सर्प विशेषज्ञों ने बताया कि बारिश में सापों के बिलों में पानी भर जाता है और कई बार बामी भी मिट्टी से भर जाती है। यही कारण है की बारिश का दौर थमने के बाद तेज धुप और उमस होते ही सांप अपने बिलों से निकलते ही घरों में घुसते हैं। क्योंकि घरों में ठंडक रहती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि भोपाल के कई इलाकों में इस समय सांप निकलने का दौर चालु हुआ है। क्योंकि बीते हफ्ते से बारिश थमी हुई है और उसम भरी गर्मी पड़ रही है। इसलिए घरों से सांप निकल रहे हैं और इनमें से कई सांप बहुत विषैले भी हैं। आमतौर पर भोपाल में करैत, रसल वाइपर व घोड़ापछाड़ प्रजाति के सांप सर्वाधिक निकलते हैं। इनमें घोड़ापछाड़ को छोड़ दोनों प्रजातियों के सांप जहरीले होते हैं।
भोपाल के इन क्षेत्रों में निकलते हैं इस प्रजाति के सांप
कोलार क्षेत्र में – घोड़ा पछाड़, करैत, कोबरा।
बाग मुगलिया, भेल क्षेत्र में- रसेल वाईपर, अजगर , कोबरा, घोड़ापछाड़।
मिसरोद, रोहित नगर, बीयू के आसपास के क्षेत्र में- कोबरा, घोड़ा पछाड़ एवं अन्य प्रजाति।
ऐसे करें सांपों की पहचान
करैत : करैत पतला व काला होता है। यह बहुत ही जहरीला सांप होता है। इसकी चमड़ी पर सफेद रंग की धारी व छल्ले जैसे होते है।
रसेल वाइपर : भूरे रंग का यह सांप भी जहरीला है। इस पर काले रंग के गोल धब्बे होते हैं।
घोड़ापछाड़ : यह अन्य सांपों की तुलना में लंबा और फुर्तीला होता है। भोपाल और अासपास यह बहुतायात में पाया जाता है।