बरेली। भाजपा सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा है कि 14 फरवरी को वैलेनटाइंस डे के बजाय ‘गौ माता सम्मान दिवस’ मनाने के लिए भारतीय पशु अनुसंधान कल्याण बोर्ड द्वारा आदेश जारी किया गया है। प्रदेश के पशुपालन मंत्री धरमपाल सिंह ने यहां संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा कि ऐसा इसलिये किया गया है कि क्योंकि गायें हमारे लिए सांस्कृतिक एवं आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि गायें आर्थिक रूप से इसलिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि शून्य बजट खेती का आधार गोबर और गौमूत्र है।
मंत्री ने कहा कि किसी पशुपालक को दूध दुहकर गायों को छुट्टा नहीं छोड़ना चाहिए क्योंकि गाय के दूध के अलावा गोबर और गौमूत्र किसानों के लिए महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि जहां गौमूत्र खेत के कीटों को नष्ट करता है, वहीं गोबर जैविक एवं प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देता है और यह पर्यावरण अनुकूल है। मंत्री ने लोगों से होलिका दहन में गोबर से बने उपलों का उपयोग करने और गौशालाओं का निर्माण करने के लिए गाय के गोबर के साथ बायोगैस संयंत्र लगाने की भी अपील की।