Oral Health: हर इंसान की सेहत का जुड़ाव खानपान से होता है इसमें महिलाओं में अक्सर एक उम्र के बदलाव होने लगते है 45-55 साल के बीच होने वाले बदलाव मेनोपॉज कहलाता है। इस दौरान शरीर में कई बदलाव होने के साथ आपके ओरल हेल्थ पर असर पड़ता है। आइए जानते है इस दौरान क्या बदलाव होते है।
जानिए क्या होता है ओरल हेल्थ और मेनोपॉज का संबंध
आपको बताते चलें, उम्र के आगे बढ़ने से महिलाओं में होने वाले मेनोपॉज के खतरों में महिलाओं में एस्ट्रोजन का लेवल कम हो जाता है। इन हार्मोनल बदलावों के कारण ऑस्टियोपोरोसिस, टिशूज कमजोर होना, मसूड़े कमजोर होना, पायरिया जैसी समस्याएं देखने के लिए मिलती है तो वहीं पर दांतों में सड़न, दांतों का टूटना, मसूड़ों में इंफेक्शन, मुंह सूखने जैसी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है।
मेनोपॉज के दौरान मुंह में होने वाले खतरे के दौरान मुंह में इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है और मुंह में ड्राइनेस भी महसूस हो सकती है। एस्ट्रोजन के लेवल में कमी होने के कारण जबड़े भी कमजोर हो सकते हैं, इस दौरान सलाइवरी ग्लैंड भी कम लार बनाना शुरू कर सकते हैं।
जानिए कैसे रखें ओरल का ख्याल
यहां पर ओरल हेल्थ में हाइजिन का ख्याल रखने के लिए आप दी हुई कई बातों का ख्याल रख सकते है जो जरूरी है..
1- दिन में सुबह और रात को सोते समय दो बार ब्रश करने की आदत डाल लें।
2- दांतों पर ब्रश करने के दौरान जीभ को भी साफ कर सकते है।
3- हर बार ब्रश करने के साथ आप फ्लॉस जरूर कर सकते है, इसके अलावा हमेशा खाना खाने के बाद कुल्ला करें।
4- बैड ब्रेथ से बचने के लिए माउथ वॉश का इस्तेमाल करें।
5-हर 6 महीने में डेंटिस्ट से चेकअप कराएं, ताकि कोई समस्या हो तो वक्त रहते उसका पता लगाकर इलाज किया जा सके।
6- स्मोकिंग न करें।
7-हाई कार्बोनेटेड ड्रिंक्स का सेवन न करें।