हाइलाइट्स
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130 दिन में 25 लोगों से 10 करोड़ की ठगी
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डॉक्टर, कारोबारी, इंजीनियर हुए शिकार
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शेयर मार्केट से मोटी कमाई का दिया झांसा
Chhattisgarh Online Fraud: छत्तीसगढ़ में साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इन मामलों में अब ऑनलाइन ठगी के मामले भी बढ़ गए हैं। ठगी का जो आंकड़ा सामने आया वो भी चौंकाने वाला है।
ठगो ने 130 दिन में 25 लोगों से 10 करोड़ की ठगी को अंजाम दिया है। ऑनलाइन ठगी का शिकार डॉक्टर, कारोबारी, इंजीनियर, शिक्षक और रिटायर्ड पुलिस अधिकारी भी शिकार हुए हैं।
बता दें की आरोपियों ने इन सभी को शिक्षक, कारोबारी, डॉक्टर समेत अन्य को अपना शिकार बनाने से पहले शेयर मार्केट में निवेश के जरिए मोटी कमाई का झांसा दिया था।
सभी से रुपए लेकर आरोपी फरार हो गया है। इन आरोपियों की तलाश पुलिस के द्वारा की जा रही है।
पुलिस के लिए बनी चुनौती
बताया जा रहा है कि ऑनलाइन ठगी (Chhattisgarh Online Fraud) का नेटवर्क विदेशों से चल रहा है। ठग ऑनलाइन माध्यम से लोगों को शेयर मार्केट के लिए इन्वेस्ट कराते हैं।
इसके बदले में शेयर मार्केट से मोटी रकम कमाकर वापस देने दावा करते हैं। इस दावों के चुंगल में कई लोग फंस गए और अपनी कमाई को इन ठगों को दे दिए।
अब पुलिस के लिए विदेशों से चल रहे ऑनलाइन ठगी के नेटवर्क को ध्वस्त करना बड़ी चुनौती हो गया है।
ठगी होने पर इस नंबर पर कॉल करें
साइबर फ्रॉड (Chhattisgarh Online Fraud), ऑनलाइन ठगी समेत अन्य इसी तरह के धोखाधड़ी वाले मामले में यदि आप तुरंत शिकायत करते हैं तो इससे कुछ हद तक आपको न्याय मिलने की उम्मीद ज्यादा बढ़ सकती है।
इस तरह की ठगी, बैंकिंग फ्रॉड के केस के लिए होम मिनिस्ट्री ने हेल्पलाइन नंबर शुरू किया है। यदि आप किसी भी तरह के ऑनलाइन फ्रॉड के शिकार हुए हैं तो जल्दी से 1930 नंबर पर कॉल कर शिकायत करें।
शिकायत के तुरंत बाद ही लगभग 7 से 8 मिनट के अंदर बैंक खाते से उड़ाई गई राशि जिस आईडी से दूसरे खाते में ट्रांसफर हुई होगी, हेल्पलाइन के माध्यम से उस बैंक या ई-साइट्स के माध्यम से अलर्ट मैसेज जाएगा। इससे आपके खाते से उड़ाई गई रकम होल्ड हो जाएगी।
ये सावधानी बरतना जरूरी
शेयर बाजार में निवेश करने से पहले कई प्रमुख बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। इसके लिए आप अपने स्तर पर जांच करने के बाद ही निर्णय लें-
आप सेबी से रजिस्टर्ड ब्रोकर के जरिए ही निवेश करें।
बैंक में जाकर डिमैट अकाउंट खुलवाएं।
शेयर मार्केट में पैसा निवेश करने के लिए बैंक अकाउंट लिंक करें।
अपने ट्रेडिंग या डीमैट अकाउंट में पैसा जमा करें।
किसी भी ब्रोकर को आईडी और पासवर्ड कभी शेयर न करें।
ब्रोकर भी बिना अनुमति शेयर खरीद-बेच नहीं सकता।
हेल्पलाइन से बचाए करोड़ों रुपए
देश में 55 बैंक्स, ई-वॉलेट्स, ई-कॉमर्स साइट्स, पेमेंट गेटवेज व अन्य संस्थानों ने मिलकर एक इंटरकनेक्ट प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है।
इस प्लेटफॉर्म का नाम ‘सिटिजन फाइनेंशियल साइबर फ्रॉड रिपोर्टिंग सिस्टम है। इसके जरिए बेहद कम समय में ऑनलाइन फाइनेंशियल फ्रॉड्स के शिकार लोगों को बचाया गया है।
इस हेल्पलाइन की मदद से करोड़ों रुपए बचाए गए हैं।
शिकायत के साथ ये भी करें
साइबर ठगी (Chhattisgarh Online Fraud) होने पर आप तुरंत 1930 नंबर पर कॉल करें। इस नंबर पर शिकायत दर्ज होने के बाद आपके पैसे के दोबारा मिलने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है।
यह नंबर गृह मंत्रालय के साइबर क्राइम पोर्टल का सेंट्रलाइज नंबर है। यह नंबर पूरे देश में लागू है। साथ ही गृह मंत्रालय के साइबर क्राइम पोर्टल पर भी शिकायत करें।
इसके तुरंत बाद अपने बैंक को पूरी घटना की जानकारी देकर खाते को ब्लॉक करा दें। कई बार देखा गया है कि साइबर ठग (Chhattisgarh Online Fraud) एक बार पैसे निकालने के बाद दोबारा से भी पैसे निकालने की कोशिश करता है।
यदि आपके मोबाइल से सेंध लगाई है तो सिम प्रोवाइडर कंपनी को कॉल करके अपने सिम को जरूर ब्लॉक करा दें। इसके साथ ही ठगी की शिकायत नजदीकी पुलिस स्टेशन में भी कराएं।
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ये सावधानी बरतें
डिजिटल वॉलेट (Chhattisgarh Online Fraud) का एग्जिक्यूटिव बनकर आपके नंबर पर आने वाली कॉल को अनसुना करें।
अगर यूजर आपसे कोई ऐप डाउनलोड करने के लिए बोले तो तुरंत मना करें और फोन काट दें।
यदि गलती से ऐप डाउनलोड हो गया है तो वह 9 अंकों का कोड शेयर बिलकुल भी न करें।