Onion Mandi Price 28 May 2025: प्याज की कीमतों में एक बार फिर उतार-चढ़ाव देखने को मिला है, खासतौर पर मध्य प्रदेश की प्रमुख मंडियों में। इस बार भी मंडी दरों में भारी अंतर रहा। जहां कुछ मंडियों में प्याज का न्यूनतम भाव 200 रुपये प्रति क्विंटल तक लुढ़क गया, वहीं शाजापुर, इंदौर और भोपाल जैसी मंडियों में यह 1000 रुपये प्रति क्विंटल (Onion Mandi Price) से ऊपर भी गया। इससे किसानों में मिश्रित प्रतिक्रिया देखी गई है।
उत्पादन लागत 12-15 रु/किलो, भाव 1 रु/किलो से भी कम
मध्य प्रदेश में लगातार बारिश ने प्याज उत्पादक किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। खुले में रखी प्याज की फसल खराब हो रही है, जिससे मंडियों में दाम और गिर गए हैं। संयुक्त कृषक संगठन के अनुसार प्याज की पैदावार में 12 से 15 रुपये प्रति किलो की लागत आती है, लेकिन मंडी में इससे कहीं कम दाम मिल रहे हैं। वर्तमान में प्याज के दाम 1 रुपये किलो से भी नीचे हैं। संगठन ने सरकार से 24 रुपये प्रति किलो के हिसाब से प्याज की खरीद शुरू करने की मांग की है।
भोपाल और इंदौर मंडियों में भाव स्थिर
भोपाल मंडी में प्याज की आवक 105.8 टन रही और यहां न्यूनतम रेट (Onion Mandi Price) 725 रुपये तथा अधिकतम रेट 920 रुपये प्रति क्विंटल दर्ज किया गया। इंदौर में प्याज की आवक 58.32 टन रही और अधिकतम रेट 1038 रुपये प्रति क्विंटल दर्ज हुआ। दोनों ही मंडियों में प्याज की कीमतें किसानों के लिए संतोषजनक रहीं।
शाजापुर और उज्जैन में अच्छे रेट से किसानों को राहत
शाजापुर मंडी में इस बार प्याज की सबसे ज्यादा आवक रही। 315.27 टन प्याज आया और अधिकतम रेट 1035 रुपये रहा। उज्जैन मंडी में भी आवक 111.06 टन रही और अधिकतम रेट 1153 रुपये तक गया।
वहीं दूसरी ओर सारंगपुर, नीमच और अष्ट जैसी मंडियों में न्यूनतम भाव 200 से 400 रुपये प्रति क्विंटल तक दर्ज हुआ। इससे किसानों की लागत तक नहीं निकल पा रही है और उनके लिए यह घाटे का सौदा बनता जा रहा है।
मध्य प्रदेश की प्रमुख मंडियों में प्याज के रेट (28 मई 2025)
मंडी | आवक (टन) | न्यूनतम रेट (रु./क्विं.) | अधिकतम रेट (रु./क्विं.) | मोडल रेट (रु./क्विं.) |
---|---|---|---|---|
भोपाल | 105.8 | 725 | 920 | 920 |
इंदौर | 58.32 | 212 | 1038 | 1038 |
शाजापुर | 315.27 | 207 | 1035 | 1035 |
उज्जैन | 111.06 | 184 | 1153 | 1000 |
रतलाम | 71.56 | 200 | 1360 | 925 |
अष्ट | 6.36 | 130 | 901 | 901 |
बदनावर | 102.7 | 505 | 805 | 805 |
कालापीपल | 900 | 260 | 1210 | 670 |
शुजालपुर | 13.63 | 300 | 1036 | 1036 |
शिवपुरी | 540.6 | 450 | 1320 | 650 |
ये भी पढ़ें: MP के कर्मचारियों के लिए खुशखबरी: मध्यप्रदेश सरकार ने बढ़ाई ट्रांसफर की तारीख, अब इस दिन तक हो सकेंगे तबादले!
कृषि विशेषज्ञों की राय
कृषि अर्थशास्त्रियों का कहना है कि कीमतों में यह असंतुलन मौसम, स्टोरेज की कमी और एक साथ अधिक आवक के कारण होता है। उन्होंने किसानों को सलाह दी है कि प्याज को उचित समय पर मंडी लाएं और संगठित होकर बेहतर मूल्य की मांग करें। मध्य प्रदेश की मंडियों में प्याज के भाव लगातार अस्थिर बने हुए हैं। सरकार को चाहिए कि किसानों को स्थायी समर्थन मूल्य उपलब्ध कराए, ताकि वे घाटे से बच सकें और उपज को लाभदायक बना सकें।
ये भी पढ़ें: प्याज के दाम ने किसानों को रुलाया: मध्य प्रदेश की मंडियों में 50 रुपये क्विंटल तक गिरा भाव, लागत निकालना भी मुश्किल