भोपाल। प्रदेश सहित पूरे देश में कोरोना महामारी का संकट बना हुआ है। रोजाना हजारों की संख्या में नए मरीज सामने आ रहे हैं। ऐसे में कुछ निजी अस्पताल आपदा को अवसर के रूप में देख रहे हैं। ऐसे लालची अस्पतालों पर प्रशासन ने अब नकेल कसना शुरू कर दिया है। बुधवार को राजधानी के 8 अस्पतालों में भर्ती मरीजों के परिजनों ने बिल के नाम पर ज्यादा पैसा वसूलने की शिकायत की थी। इसके बाद प्रशासन की चार टीमें अस्पताल जांच के लिए पहुंची।
जब प्रशासन की टीमों ने अस्पताल के बिलों की जांच की खुलासा हुआ कि अस्पताल मरीजों से कोरोना के नाम पर अनाप-शनाप पैसा बसूल रहे हैं। लालची निजी अस्पातलों पर प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करते हुए 10 मरीजों के परिजनों के 18 लाख रुपए वापस कराए। वहीं प्रशासन ने निजी अस्पतालों तो चेतावनी भी दी है कि अगर कोरोना के नाम पर मरीजों से लूट की गई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
थाने में दर्ज होगी शिकायत
वहीं मरीजों के परिजनों को भी बताया गया कि अस्पताल अगर ज्यादा पैसे बसूल रहा है तो इसकी शिकायत पुलिस में दर्ज कराएं। ऐसे लालची अस्पतालों का रजिस्ट्रेशन भी रद्द किया जाएगा। इसके साथ रासुका भी लगाई जाएगी। बता दें कि प्रदेश सहित पूरे देश में कोरोना का कहर बना हुआ है। ऐसे में निजी अस्पताल मरीजों से मनमाना पैसा बसूल रहे हैं। इसी को लेकर मरीजों के परिजनों ने शिकायत की थी। इसके बाद प्रशासन ने कार्रवाई की है। भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया ने कहा कि अस्पताल इलाज के लिए रेट की लिस्ट लगाएं। उतना ही बिल लें जितना मरीजों के इलाज किया जा रहा है। ऐसा न करने पर अस्पतालों का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया जाएगा।