Omicron New Sub Variant: एक तरफ जहां पर कोरोना के मामलों में लगातार इजाफा होते जा रहा है वहीं पर बड़ी खबर हाल ही में सामने आई है जहां पर देश में पहली बार कोरोना नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के एक नए सब-वैरिएंट का पता चला है जिसका नाम BA.2.75 बताया जा रहा है।
WHO ने नए वैरिएंट की दी चेतावनी
आपको बताते चलें कि, इसे लेकर जानकारी देते हुए WHO के डायरेक्टर जनरल टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने बताया कि यूरोप-अमेरिका में BA.4 और BA.5 के मामले हैं। भारत जैसे देशों में BA.2.75 के एक नए सब वैरिएंट का खतरा बढ़ गया है। इस वैरिएंट की पुष्टि देश में पहली बार हुई है उसके बाद यह10 अन्य देशों में मिला। टेड्रोस ने इस सब-वैरिएंट के एनालिसिस के बारे में कहा कि अभी इसके हमें इंतजार करना होगा। बताया गया कि, देश में अब कोरोना के 30 फिसदी से ज्यादा मामले मिलने लगे है।
जानें कोरोना की अपडेट
देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 18,930 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 4,35,66,739 हो गई जबकि उपचाराधीन रोगियों की तादाद 1,19,457 तक पहुंच गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के बुधवार को अद्यतन किए गए आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। सुबह आठ बजे अद्यतन आंकड़ों के अनुसार 35 और संक्रमितों की मौत के बाद मृतकों की कुल संख्या बढ़कर 5,25,305 तक पहुंच गई है। मंत्रालय ने कहा कि उपचाराधीन रोगियों की संख्या कुल मामलों की 0.26 प्रतिशत है जबकि कोविड-19 से उबरने की राष्ट्रीय दर 98.53 फीसद है। 24 घंटे की अवधि के दौरान उपचाराधीन रोगियों की संख्या में 4,245 मामलों की वृद्धि हुई है। मंत्रालय ने बताया कि अब तक कुल 86.53 करोड़ कोविड-19 जांच की जा चुकी हैं। बीते 24 घंटे में 4,38,005 जांच की गईं। दैनिक संक्रमण दर 4.32 प्रतिशत जबकि साप्ताहिक संक्रमण दर 3.86 फीसद दर्ज की गई।
अब तक देश में कितना बढ़ा कोरोना
गौरतलब है कि देश में सात अगस्त 2020 को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी। संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ से अधिक हो गए थे। पिछले साल चार मई को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी। इस साल 25 जनवरी को मामले चार करोड़ के पार हो गए थे।