Janmashtmi Bhog Recipes : जन्माष्टमी हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है, जिसे भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व श्रावण मास की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है, इसलिए इसे “जन्माष्टमी” कहा जाता है।
भगवान श्रीकृष्ण का जन्म कंस के कारागार में हुआ था, लेकिन वे मथुरा के गोकुल में बड़े हुए। इस दिन लोग व्रत रखते हैं, भजन-कीर्तन करते हैं, और रात को 12 बजे भगवान कृष्ण की मूर्ति का अभिषेक कर उनका जन्म उत्सव मनाते हैं।
इस मौके पर श्री कृष्ण को भोग लगाया जाता है. आज हम आपको श्रीकृष्ण को भोग लगाने के लिए 5 भोग की रेसिपी बताएंगे।
माखन मिश्री
कृष्ण जी को जन्माष्टमी पर माखन और मिश्री जरूर अर्पित करें। माखन-मिश्री बनाने की विधि बेहद सरल और स्वादिष्ट है। इसे बनाने के लिए सबसे पहले ताजा दही को एक मलमल के कपड़े में डालकर अच्छे से बांध लें और उसका सारा पानी निकाल दें।
अब इस दही को मथकर उससे ताजा मक्खन निकाल लें। इस मक्खन को एक कटोरी में डालें और उसमें शुद्ध मिश्री मिलाएं। माखन और मिश्री को अच्छी तरह से मिलाएं ताकि मिश्री के कण मक्खन में अच्छे से घुल जाएं।
तैयार माखन-मिश्री को तुरंत परोसें। यह स्वादिष्ट और ऊर्जा से भरपूर होता है, जिसे सुबह के नाश्ते में या किसी भी समय खाया जा सकता है।
धनिया पंजीरी
कान्हा को धनिया पंजीरी बहुत प्रिय है आप इसका भोग लगा सकते हैं। धनिया पंजीरी एक पारंपरिक भारतीय मिठाई है जिसे विशेष रूप से जन्माष्टमी जैसे त्योहारों पर बनाया जाता है। इसे बनाने के लिए सबसे पहले धनिया पाउडर को घी में हल्का भून लिया जाता है ताकि उसका कच्चापन दूर हो जाए।
फिर इसमें दरदरी पिसी हुई शक्कर और भुनी हुई मखाना, बादाम, काजू, और नारियल के बुरादे को मिलाया जाता है। साथ ही, स्वाद को बढ़ाने के लिए इलायची पाउडर भी डाला जाता है।
इसे अच्छी तरह मिलाकर ठंडा होने दिया जाता है। ठंडा होने के बाद इसे प्रसाद के रूप में भगवान को अर्पित किया जाता है और फिर बांटा जाता है। ध
पेड़ा
लड्डू गोपाल को खोए से तैयार पेड़ा भी प्रसाद में चढ़ा सकती है। पेड़ा एक प्रसिद्ध भारतीय मिठाई है, जो खासकर त्योहारों और विशेष अवसरों पर बनाई जाती है। इसे बनाने के लिए मुख्य रूप से मावा (खोया), चीनी, और इलायची का उपयोग किया जाता है।
सबसे पहले, मावा को धीमी आंच पर एक कढ़ाई में भूनते हैं जब तक वह हल्का सुनहरा और खुशबूदार न हो जाए। इसके बाद इसमें चीनी मिलाई जाती है और मिश्रण को अच्छे से पकाया जाता है जब तक वह गाढ़ा न हो जाए।
अंत में, इसमें इलायची पाउडर डालकर अच्छे से मिलाया जाता है। मिश्रण को थोड़ा ठंडा होने दिया जाता है, फिर छोटे-छोटे गोले बनाकर पेड़ा का आकार दिया जाता है। इन्हें सूखे मेवे या केसर से सजाया जा सकता है।
मोहन भोग
बाल गोपाल को जन्माष्टमी पूजा के दौरान मोहन भोग से कान्हा प्रसन्न होंगे। मोहन भोग एक स्वादिष्ट मिठाई है जो सूजी, घी, चीनी और दूध से बनाई जाती है। इसे बनाने के लिए सबसे पहले घी में सूजी को धीमी आंच पर सुनहरा होने तक भूनते हैं।
फिर इसमें दूध डालकर अच्छी तरह से मिलाते हैं और धीमी आंच पर पकने देते हैं। जब सूजी दूध को पूरी तरह से सोख ले, तो उसमें चीनी डालते हैं और चीनी के घुलने तक पकाते हैं।
इसके बाद, इलायची पाउडर और मेवे जैसे काजू, बादाम, और किशमिश डालकर मिलाते हैं। मोहन भोग को गर्मागर्म या ठंडा कर परोसा जा सकता है।
पंचामृत
जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण को पंचामृत का भोग जरूर लगाएं। पंचामृत बनाने के लिए सबसे पहले 1 कप दूध, 1 कप दही, 2 बड़े चम्मच शहद, 2 बड़े चम्मच घी और 1 बड़ा चम्मच गंगाजल लें। इन सभी सामग्रियों को एक साफ बर्तन में अच्छी तरह मिलाएं।
फिर इसमें 5-6 तुलसी के पत्ते डालें। पंचामृत को अच्छी तरह से मिलाकर भगवान की पूजा में अर्पित करें या प्रसाद के रूप में वितरण करें। यह स्वादिष्ट और पवित्र पेय भगवान की आराधना के लिए विशेष माना जाता है।