Ganesh Chaturthi Ukdichan Modak: गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi 2024) एक प्रमुख हिन्दू त्योहार है जो भगवान गणेश की पूजा के लिए मनाया जाता है। यह त्योहार भाद्रपद माह की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है, जो अगस्त या सितंबर के बीच आता है।
इस दिन भगवान गणेश की मूर्तियों की पूजा की जाती है और विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान और भव्य सजावट की जाती है। गणेश चतुर्थी का त्योहार भारत में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। इस पर्व पर विशेष रूप से एक मिठाई बनती है।
जिसे ‘उकडीचं मोदक’ कहा जाता है। उकडीचं मोदक महाराष्ट्र की पारंपरिक मिठाई है, जो खासकर गणेश चतुर्थी के दौरान बनाई जाती है और भगवान गणेश को भोग अर्पित की जाती है।
हम आपको आज इस उकडीचं मोदक की रेसिपी बताएंगे.
उकडीचं मोदक क्या है?
उकडीचं मोदक एक प्रकार का steamed (उबला हुआ) मोदक है, जो चावल के आटे और नारियल की मिठास से तैयार किया जाता है। इसका स्वाद बहुत ही लजीज और खास होता है। मोदक के अंदर नारियल और गुड़ की भरवां सामग्री होती है, जो इसे बेहद स्वादिष्ट बनाती है।
उकडीचं मोदक की सामग्री:
- चावल का आटा: मोदक के बाहरी हिस्से के लिए।
- नारियल: ताजा नारियल, जिसे बारीक काटा गया हो।
- गुड़: मिठास के लिए।
- घी: मोदक के ऊपर ग्रीस लगाने के लिए।
- अदरक और इलायची पाउडर: स्वाद बढ़ाने के लिए।
बनाने की विधि:
- भरवां सामग्री तैयार करें: सबसे पहले, गुड़ को छोटे टुकड़ों में काटें और उसे नारियल के साथ मिला लें। इसमें अदरक और इलायची पाउडर डालें।
- मोदक का आटा तैयार करें: चावल के आटे को गर्म पानी में गूंधें और नरम आटा बना लें। इसे ढक कर रखें ताकि यह सूख न जाए।
- मोदक बनाएं: एक छोटा सा भाग चावल के आटे का लें और उसे बेल लें। इसके बीच में तैयार की गई भरवां सामग्री डालें। फिर आटे के चारों ओर इकट्ठा करें और मोदक का आकार दें।
- स्टीम करें: मोदक को स्टीमर में रखकर 15-20 मिनट तक उबालें। सुनिश्चित करें कि मोदक पूरी तरह से पक जाएं।
- परोसें: उकडीचं मोदक को ठंडा होने के बाद घी लगाकर परोसें।
क्या है ख़ास
उकडीचं मोदक का बाहरी हिस्सा चावल के आटे से बनाया जाता है, जो इसे एक अलग बनावट और स्वाद देता है।
इसके अंदर की भरवां सामग्री नारियल और गुड़ से बनती है, जो मिठास और खुशबू से भरपूर होती है।
यह मिठाई खासतौर पर गणेश चतुर्थी के अवसर पर बनाई जाती है, लेकिन इसे अन्य त्योहारों और खास मौकों पर भी बनाया जा सकता है।