संबलपुर। ताजातरिन खबरों के बीच एक खबर ओडिसा के संबलपुर जिले में धोखेबाजों ने एटीएम से नगदी निकालने वाले शटर से छेड़छाड़ तक सात महीनों से भारतीय बैंक एसबीआई(SBI) से तकरीबन 4.5 करोड़ की ठगी कर ली। वही एक पुलिस ने यह जानकारी दी। और बताया कि सितंबर 2020 से मार्च 2021 के बीच संबलपुर और रेंगाली कस्बों में एसबीआई के नौ एटीएम में विभिन्न बैंकों के 25 कार्ड का 4,630 बार इस्तेमाल किया गया।एसबीआई की मुख्य शाखा के मुख्य प्रबंधक द्वारा साइबर पुलिस थाने में धोखाधड़ी के संबंध में शिकायत दर्ज कराने के बाद यह मामला सामने आया। साइबर पुलिस थाने की निरीक्षक पद्मसिनी मेहर ने कहा, ”मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है।
जानें क्या है पूरा मामला
आपको बता दें की ओडिशा के संबलपुर जिले में धोखेबाजों से कथित तौर पर एटीएम के नकदी निकालने वाले शटर से छेड़छाड़ कर सात महीने में भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) से करीब 4.5 करोड़ रुपये की ठगी की है। वही एक पुलिस अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। और कहा सितंबर 2020 से मार्च 2021 के बीच संबलपुर और रेंगाली कस्बों में एसबीआई के नौ एटीएम में विभिन्न बैंकों के 25 कार्ड का 4,630 बार इस्तेमाल किया गया।अधिकारी ने बताया कि अज्ञात धोखेबाजों ने एटीएम(ATM) से नकदी निकालने वाले शटर के साथ छेड़छाड़ करने के बाद पैसे निकाले। उन्होंने कहा कि धोखेबाज अपना कार्ड एटीएम में डालते और पिन व अनुरोधित राशि दर्ज होने के बाद मशीन कार्ड को मान्य कर देती थी, जिसके बाद नकदी निकालने की प्रक्रिया शुरू हो जाती थी। इसके बाद वे पैसे निकालते समय एटीएम के नकदी देने वाले शटर को जाम कर देते थे, जिसके चलते उनके पास त्रुटि होने का संदेश आता। अधिकारी ने कहा कि एटीएम से पैसे निकालने के बाद ठग यह आरोप लगाते कि उन्हें नकदी प्राप्त नहीं हुई। इसके बाद वे बैंक से उतनी ही धनराशि देने का दावा करते। इसके बाद एसबीआई द्वारा उन्हें दावा राशि का भुगतान कर दिया जाता। उन्होंने कहा कि संबलपुर शहर में एसबीआई की मुख्य शाखा के मुख्य प्रबंधक द्वारा साइबर पुलिस थाने में धोखाधड़ी के संबंध में शिकायत दर्ज कराने के बाद यह मामला सामने आया। साइबर पुलिस थाने की निरीक्षक पद्मसिनी मेहर ने कहा, ”मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है।