MP Board Exam 2021: अब 9वीं और 11वीं की तरह 10वीं कक्षा के छात्रों का भी हो सकता है इंटरनल असेसमेंट….

भोपाल। प्रदेश में कोरोना महामारी के संक्रमण को देखते हुए 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया था। वहीं 9वीं और 11वीं कक्षा के छात्रों को इंटरलनल असेसमेंट के आधार पर मूल्यांकन किया जाएगा। इसी तरह अब 10वीं की कक्षा के छात्रों का भी इसी तरह इंटरनल असेसमेंट के आधार पर अंक देने पर विचार किया जा रहा है। अगर इस तरह असेसमेंट होगा तो 10वीं कक्षा के छात्रों को कोरोना काल में राहत मिल सकती है। जानकारी के मुताबिक 12वीं कक्षा की परीक्षा ओपन बुक पद्धति से कराए जाने पर भी विचार किया जा रहा है। हालांकि माध्यमिक शिक्षा मंडल की तरफ से अभी तक इस विषय में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है।
बता दें कि सीबीएसई ने 10वीं कक्षा छात्रों का इंटरनल असेसमेंट के आधार पर रिजल्ट देने के आदेश दिए हैं। इसी तर्ज पर मप्र में भी विचार किया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक स्कूली शिक्षा विभाग इस दिशा में काम कर रहा है। शीघ्र ही इस दिशा में अंतिम फैसला लिया जाएगा। विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 10वीं कक्षा की परीक्षा के परिणाम आर्धवार्षिक परीक्षा अंक और रिवीजन टेस्ट के आधार पर तैयार किए जएंगे। इस विषय में निजी स्कूलों से भी जानकारी मांगी गई है।
अभी तक नहीं बन पाई सहमित…
हालांकि अभी तक इस विषय में शिक्षा विभाग ने किसी तरह का आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। वहीं स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि कोरोना संक्रमण के चलते सभी परीक्षाओं और रिजल्ट को लेकर मंथन किया जा रहा है। अभी तक कुछ भी निर्णय फाइनल नहीं हो पाया है। जल्द ही इस विषय पर निर्णय लिया जाएगा। छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जल्द ही इसको लेकर फैसला लिया जाएगा। बता दें कि कोरोना संक्रमण के कारण इस साल का पूरा शिक्षण सत्र प्रभावित रहा है।
अब कोरोना की दूसरी लहर के बाद से परीक्षाओं पर लगातार संकट बना हुआ है। यह परीक्षाएं दो बार पहले ही स्थगित की जा चुकीं हैं। पहले बोर्ड की परीक्षाएं अप्रैल महीने में आयोजित की गईं थीं। इसके बाद कोरोना संक्रमण को देखते हुए इन्हें स्थगित किया गया था। इसके बाद एक बार फिर इन परीक्षाओं को स्थिगित किया गया था। अभी तक इन परीक्षाओं के आयोजन को लेकर सहमित नहीं बन पाई है। वहीं शिक्षा विभाग का कहना है कि इसको लेकर लगातार मंथन किया जा रहा है। छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जल्द ही इस पर फैसला लिया जाएगा।