अब कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज करेगा मेडी रोबोट, डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों की नहीं पड़ेगी जरूरत

अब कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज करेगा मेडी रोबोट, डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों की नहीं पड़ेगी जरूरत

Medi Robot

नई दिल्ली। कोरोना वायरस की दूसरी लहर में क्या आम क्या खास सभी लोग संक्रमित हो रहे हैं। खासकर डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। ऐसे में पटना की रहने वाली बीटेक की छात्रा आकांक्षा और उसके पिता योगेश ने एक मेडी रोबोट को बनाया है। जो कोरोना संक्रमित मरीजों के पास जाकर ब्लड प्रेशर, ऑक्सीजन लेवल, पल्स रेट, ECG आदि कई तरह की जांच कर रिपोर्ट डॉक्टर को भेज देता है।

हो चुका है सफल ट्रायल

इस रोबोट का पटना के कई बड़े अस्पतालों में सफल परीक्षण किया जा चुका है। डॉक्टर इस रोबोट की सहायता से दूर बैठकर मरीज के रक्त में ग्लूकोज व ऑक्सीजन की मात्रा, हृदय गति, तापमान, ब्लड प्रेशर, वजन, ईसीजी, वायरलेस स्टेथेस्कोप से फेफड़े की स्थिति, हृदय आदि की जांच कर सकते हैं। रोबोट में वायरलेस स्टेथेस्कोप व ऑक्सीजन के सिलेंडर भी इंस्टॉल हैं।

बाप और बेटी ने मिलकर बनाया है ये रोबोट

इस रोबोट को बनाने वाली बीटेक की छात्रा आकांक्षा ने बताया कि इसे डिजाइन करने में उनके पिता योगेश कुमार ने मदद की है। इस रोबोट को बाजार में करीब एक लाख रुपये में उपलब्ध कराया जाएगा। यह कीमत मेडिकल इक्यूपमेंट के साथ होगी। अभी रोबोट के पेटेंट के लिए आवेदन किया गया है। पटना एम्स की डॉक्टर अपूर्वा कहती हैं कि यह रोबोट संक्रमित मरीज और डॉक्टर दोनों के लिए वरदान साबित होगा। रोबोट दवा, खाना, पानी, नेबुलाइजर और ऑक्सीजन आदि मरीजों तक पहुंचाने में सक्षम है।

रोबोट में हाई रेज्यूलेशन कैमरे लगे हैं

रोबोट में हाई रेज्यूलेशन नाइट विजन कैमरे लगे हैं। जिससे 360 डिग्री पर घूमकर मरीज और आसपास की निगरानी की जा सकती है। हाई रेज्यूलेशन कैमरा से डॉक्टर और मरीज के बीच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सुविधा है। केमिकल तथा यूवी लाइट सिस्टम के द्वारा जरूरत के अनुसार मरीज के आसपास के क्षेत्र को सैनिटाइज भी किया जा सकता है।

अस्‍पतालों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में अच्‍छा अनुभव

आकांक्षा ने बताया कि पटना के सहयोग, स्पंदन और मेडी हार्ट आदि हॉस्पिटल में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में इसका बेहतर अनुभव रहा है। हॉस्पिटल प्रबंधन ने केंद्र व राज्य सरकारों को कोरोना महामारी के दौरान इसका सदुपयोग करने का अनुरोध किया है। भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के छात्र विश्वकर्मा अवार्ड के फाइनल राउंड के लिए इस रोबोट का चयन किया है। स्थानीय सांसद व कैबिनेट मंत्री रविशंकर प्रसाद ने रोबोट का प्रेजेंटेशन देखने के बाद सराहना करते हुए इसके बड़े स्तर पर उपयोग पर सहमति जताई है।

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