बेंगलुरु। World’s First Aluminum-Graphene Battery स्टार्टअप कंपनी नॉर्दिश टेक्नोलॉजीज ने शनिवार को दावा किया कि उसने बेंगलुरु स्थित केंद्रीय पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (सीआईपीईटी) के सहयोग से दुनिया की पहली एल्युमिनियम-ग्रेफीन पाउच सेल बैटरी बनाने में सफलता पायी है।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि दुनिया में सबसे तेजी से चार्ज होने वाले इस पाउच सेल का इस्तेमाल उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स, गैजेट एवं भविष्य की इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) प्रौद्योगिकी में भी हो सकेगा। कंपनी ने इस बैटरी को लिथियम एवं कोबाल्ट से मुक्त बताते हुए कहा कि इसमें आग नहीं लगती है और इसका लंबा जीवन होता है।
नॉर्दिश टेक्नोलॉजीज के मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी सब्यसाची दास ने कहा, ‘‘यह नवाचारी एल्युमिनियम-ग्रेफीन पाउच सेल और भविष्य की ईवी बैटरी पिछले पांच वर्षों के गहन शोध का नतीजा है। वजन में हल्की और तगड़े प्रदर्शन क्षमता वाली इस बैटरी की उम्र पांच से सात साल की है। इसे 3,000 बार तक चार्ज किया जा सकता है।’’ बयान के मुताबिक, सीआईपीईटी के वैज्ञानिक किंग्शुक दत्ता ने परियोजना के संयोजक एवं प्रमुख खोजकर्ता के तौर पर इस बैटरी के विकास में अहम भूमिका निभाई।