Ratan Tata Successor Announced: दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा के निधन के बाद सभी के मन में ये सवाल था कि आखिर टाटा ट्रस्ट की कमान कौन संभालेगा. बता दें रतन टाटा के देहांत के बाद कई उनके वारिस के लिए कई नाम सामनें आ रहे थे.
लेकिन अब इस सस्पेंस से भी पर्दा उठ गया है. जानकारी की मानें तो टाटा ट्रस्ट बोर्ड ने रतन टाटा के भाई (सौतेले भाई) को टाटा ट्रस्ट का चेयरमैन चुना है. रतन टाटा के बाद अब ट्रस्ट की कमान नोएल टाटा संभालेंगे.
बता दें शुक्रवार को ट्रस्ट की बोर्ड मीटिंग में (Noel Tata Chairman)अहम फैसला लिया गया है. टाटा ग्रुप की मार्केट में लगभग लिस्टेड 29 कंपनियों का कैपिटलाइज़ेशन करीब 403 अरब डॉलर यानी 39 लाख करोड़ रुपये है.
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नोएल टाटा को मिली अहम जिम्मेदारी
शुक्रवार को टाटा ट्रस्ट की बोर्ड मीटिंग में नोएल टाटा को ट्रस्ट का नया चेयरमेन घोषित किया गया है. बीते बुधवार को रतन टाटा के निधन के बाद आज मुंबई में बोर्ड की मीटिंग में ये फैसला लिया गया है.
नोएल टाटा रतन टाटा (Noel Tata Chairman) के सौतेले भाई हैं. इस बैठक में नोएल टाटा को सर्व सहमति से ट्रस्ट के दो प्रमुख धर्मार्थ संस्थाओं सर रतन टाटा ट्रस्ट और दोराबजी टाटा ट्रस्ट का प्रमुख नियुक्त किया गया है.
बता दें इससे पहले इन संस्थाओं में नोएल टाटा ट्रस्टी के तौर पर शामिल थे.
कौन हैं नोएल टाटा ?
रतन टाटा के देहांत के बाद PM ने नोएल टाटा से (Tata Group New Chairman Noel Tata) बात कर शोक किया था. नोएल टाटा रतन टाटा के सौतेले भाई थे. जानकारी की मानें तो नोएल टाटा को ट्रस्ट के संचालन के प्रमुख व्यक्तियों में से एक बताया जा रहा था.
नोएल टाटा रतन टाटा के पिता नवल टाटा और सिमोन टाटा के 67 (Noel Tata Net Worth) वर्षीय बेटे हैं. नोएल टाटा के तीन बच्चें लिआ, माया और नेविल हैं. नोएल टाटा से जुडी कुछ दान संस्थाएं हैं. वे रतन टाटा के मुकाबले मीडिया से दूरी में रहते हैं.
नोएल टाटा, टाटा इंटरनेशनल के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं. यहाँ से नोएल टाटा ने अपने करियर की शुरुआत की थी. साल 2010-11 से नोएल टाटा की नियुक्ति के बाद से उनका नाम रतन टाटा के वारिस के रूप प्रमुख रूप से आता था.
150 साल पुरानी विरासत संभालेंगे
टाटा ट्रस्ट की स्थापना नोएल और रतन के परदादा जमशेदजी टाटा ने टाटा समूह की स्थापना के वर्षों बाद 1892 में की थी. रतन टाटा ने शादी नहीं की थी इसलिए उन्होंने टाटा ट्रस्ट में किसी उत्तराधिकारी का नाम नहीं बताया. ऐसे में नोएल टाटा की नियुक्ति बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि टाटा ट्रस्ट के पास टाटा संस की 66% हिस्सेदारी है, जो 150 साल से अधिक पुराने टाटा ब्रांड के तहत विभिन्न फर्मों की होल्डिंग कंपनी है.
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