नई दिल्ली। एक तरफ कोरोना Nipah Virus वायरस के कारण तीसरी लहर third wave की आशंका बनी हुई है तो वहीं दूसरी ओर कानों में गूंजना निपास वायरस लोगों को डराने लगा है। ये समय विशेष सावधानी और सतर्कता के साथ रहने का है। वहीं कुछ हमारी कुछ गलत आदतें भी हैं जो हमें इस वायरस से ग्रसित कर सकती हैं। जी हां डॉक्टरों की मानें तो अगर आप फलों को बिना धोए इस्तेमाल करते हैं तो यह आपको निपास वायरस से ग्रसित कर सकता है। वो कैसे आइए जानते हैं।
जानें निपाह वायरस के बारे में
यह वायरस एक जूनाटिक वायरस (zoonotic virus) है, जो जानवरों से इंसानों से फैलता है। चमगादड़ जब किसी फल को चमगादड़ खाता है तो उसकी लार उन फलों पर लग जाती है। जिससे निपाह वायरस फैलता है। जानकारी के मुताबिक 2018 में केरल के कोझिकोड और मल्लापुरम जिलों में निपाह वायरस का संक्रमण फैला था।
केरल में इतने बढ़ रहे हैं केस
स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने द्वारा मीडिया को दी गई जानकारी अनुसार केरल (Kerala) में स्वास्थ्य विभाग ने ऐसे 251 व्यक्तियों की पहचान की है। जो कि एक ऐसे 12 वर्षीय लड़के के संपर्क में आए थे। जिसकी मौत निपाह वायरस (Nipah Virus) के कारण हुई थी। इनमें से 38 लोग कोझिकोड मेडिकल कॉलेज अस्पताल में में हैं। इसके अलावा 11 लोगों में लक्षण नजर आए हैं।
बिना धोए फल खाने की आदत हो सकती है जानलेवा
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. आशुतोष बिस्वास द्वारा मीडिया को दी गई जानकारी अनुसार, फ्रूट बैट्स के चलते यह वायरस फैल सकता है। उनके अनुसार निपाह वायरस (Nipah Virus Outbreak) ‘फ्रूट बैट्स के कारण फैलता है। इसके ट्रांसमिशन का मुख्य कारण भी यह है।
ये फ्रूट बैट्स एक विशेष क्षेत्र में रहते हैं। जब ये एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाते हैं तो स्वाभाविक रूप से यह वायरस फैलता है। इस बीमारी का अभी कोई विशेष इलाज नहीं है। अत: हमें इस बीमारी गंभीरता को भी समझना होगा।
क्योंकि इसकी मृत्युदर भी अधिक है। डॉ. बिस्वास के अनुसार ‘भारत में पहले फ्रूट बैट्स घरेलू जानवरों जैसे सूअर, बकरी, बिल्ली, घोड़े और अन्य में भी वायरस स्थानांतरिक हो सकते हैं। इसलिए जानवरों से इंसानों में इस वायरस का पहुंचना बहुत खतरनाक है। इसे हम टेक्निकल भाषा में स्पिलओवर कहते हैं।
बिना धुले फल खाना खतरनाक-
‘एक बार जब यह वायरस मानव चेन में आ जाता है तो यह इंसान से इंसान में ट्रांसमिशन बहुत तेजी से होने लगता है। इसलिए, इसे पहचानना बहुत जरूरी है। ऐसे में गिरे हुए फल खाना, वह भी बिना धोए खाना, आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है। यही वो कंडीशन है जहां से यह वायरस जानवर से इंसान के भीतर प्रवेश कर जाता है।
यहां आ चुकी है निपाह वायरस की एक—एक लहर
केरल और बंगाल में निपाह वायरस की 1-1 लहर आ चुकी है। यहां पिछली लहर में संक्रमित हुए 90 फीसदी लोग अपनी जान गवां चुके हैंं। वहीं दो वर्ष पहले वर्ष 2019 में मात्र 1 ही केस सामने आया था। तो इस वर्ष 2021 में पहला केस मिला। जिसकी मौत हो चुकी है।