NIA Raid: नेशनल इनवेस्टिगेटिव एजेंसी (NIA) ने देश के अंदर पांच राज्यों में अभियान चलाया और 30 जगहों पर छापेमारी की है।
ये ऑपरेशन पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान और चंडीगढ़ की अलग-अलग जगहों पर चलाया जा रहा है। लेकिन, क्या आप इस छापेमारी की असली वजह जानते हैं! आईये आप को बताते है क्यों कर रही हैं NIA छापेमारी।
क्यों हो रही हैं छापेमारी
नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने खालिस्तान गैंगस्टर लिंक मामले में चार राज्यों में छापेमारी की है। ये कार्रवाई की पलानिंग जनवरी से की जा रही थी।
जिन ठिकानों को NIA ने निशाना बनाया था, उन ठिकानों पर कुछ गैंग का हाथ था। ये वहीं गैंग हैं जो sydicate crime में शामिल थी।
राज्य पुलिस के साथ किया काम
रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य पुलिस बलों के साथ मिलकर काम करते हुए।
कई एनआईए टीमों ने पहले पकड़े गए लोगों से पूछताछ कर जानकारी इकट्ठा की गई।
एजेंसी ने हाल के महीनों में कई टारगेट स्ट्रेटिजीज को अपनाया।
जिसमें ऐसे आतंक और माफिया नेटवर्क को रोकने और नष्ट करने की अपनी कोशिशों की गई। जो गैर कानूनी गतीविधियों में शामिल थे।
जनवरी में भी हुई थी छापेमारी
इससे पहले जनवरी में, एनआईए ने प्रतिबंधित संगठनों बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) और लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से संबंधित तीन मामलों में पूरे उत्तर भारत में 32 स्थानों पर छापेमारी की थी।
जिसमें अवैध हथियार गोला-बारूद, आपत्तिजनक दस्तावेज, डिजिटल उपकरण और नकदी बरामद हुई थी।
एजेंसी ने खुलासा किया था कि ये गेंग सीमा पार से हथियार, गोला-बारूद, विस्फोटक और इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) जैसे आतंकवादी हार्डवेयर की तस्करी और खरीद में शामिल थे।
ये आतंकी संगठन संगठित अपराध सिंडिकेट के कार्यकर्ताओं के जरिए देश के अलग-अलग हिस्सों में बम विस्फोट, जबरन वसूली और आतंकी संगठनों को फंडिंग करा रहे थे।
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तीन गैंग्स के गिरोह पर निशाना
करीब पांच महीने पहले NIA ने जिन ठिकानों को निशाना बनाया था, वे लॉरेंस बिश्नोई, बंबिहा गैंग और अर्श डल्ला गिरोह के सदस्यों से जुड़े थे।
दिल्ली में भीमा थाना रोड़ी में NIA की टीम पहुंची थी। यहां यादविंदर उर्फ जशनप्रीत के घर पर रेड रेड डाली गई थी,जो की पेशे से बाउंसर है।
यादविंदर के खाते में विदेश से फंडिंग हुई थी,उसके फोन से विदेश में भी बात हुई थी।