न्यूयॉर्क, 30 दिसंबर (एपी) यदि किसी साल के जल्द से जल्द बीतने की उम्मीद करने की बात आये तो शायद यह 2020 ही होगा और इसकी समाप्ति ही जश्न का एक बड़ा कारण हो सकती है। हालांकि कोरोना वायरस का संकट अभी तक बरकरार रहने के कारण विश्व भर में नववर्ष के स्वागत में आयोजित होने वाले रंगारंग कार्यक्रमों की चमक-दमक इस बार फीकी रहेगी।
हालांकि, कोरोना वायरस से उत्पन्न संकट अभी टला नहीं है तथा पूरे विश्व में नए साल के स्वागत के लिए मनाया जाने वाले जश्न पर इसका साया मंडराने के कारण यह फीका ही रहेगा। विभिन्न देशों में प्रशासन ने भीड़ के एकत्र होने और किसी भी बड़े आयोजन पर रोक लगाई हुई है।
न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर से लेकर सिडनी हार्बर के आयोजन टीवी स्क्रीन और ऑनलाइन कार्यक्रम तक सिमटकर रह गए हैं। लॉस वेगास और पेरिस के आर्क डी ट्रियोम्फ पर नए साल के मौके पर होने वाले आतिशबाजी कार्यक्रम भी रद्द कर दिए गए हैं। यहां तक की कई स्थानों पर निजी पार्टियों के आयोजन पर भी रोक लगा दी गई है।
फ्लोरिडा से आए 36 वर्षीय इंजीनियर सोलटेरो ने कहा, ” मैं सिर्फ इस बात का जश्न मनाने जा रहा हूं कि मैं जीवित हूं। हालांकि, इस साल को लेकर मैं बहुत अधिक प्रसन्न नहीं हूं।”
महामारी के काल में अपनी पर्यटक गाइड की नौकरी गंवा चुकी सिमोना फीडिगा इस बात को लेकर पूरी तरह आश्वास्त नहीं हैं कि आने वाला नया साल भी अधिक बेहतर होगा। वहीं, सेल्समैन की नौकरी करने वाले उनके पति एलेसांड्रॉ नुनजियाटा ने कहा, ” मुझे नहीं लगता कि आने वाला साल 2020 से बुरा होगा।”
नए साल के ठीक पहले भी टाइम्स स्क्वायर पर वो रौनक और चहल-पहल नहीं है जैसी हर साल दिखाई देती थी।
नए साल के अवसर पर रात को होने वाले संगीत आयोजन के दौरान गायिका ग्लोरिया गैनोर का 2020 के लिए चुना गया गाना ” आई विल सर्वाइव (मैं जीवित रहूंगा)” का प्रसारण भी टीवी दर्शकों के लिए किया जाएगा।
इस बार नववर्ष की पूर्व संध्या पूरे विश्व में फीकी दिखाई देगी क्योंकि कोरोना वायरस के कारण करीब 18 लाख लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
जर्मनी ने इस बार पटाखों की बिक्री पर ही रोक लगा दी है। वैसे हर साल नव वर्ष के स्वागत के मौके पर लोग गलियों में जमकर आतिशबाजी करते थे।
लंदन में सख्त लॉकडाउन के बीच टेम्स नदी पर होने वाला आयोजन भी नहीं होगा।
इसी तरह, नीदरलैंड और रोम में भी नए साल का खासा उत्साह नहीं है और किसी बड़े आयोजन का कोई कार्यक्रम नहीं है।
एपी शफीक माधव
माधव