हाइलाइट्स
-
2020 पेज की चार्जशीट ईडी ने की गई पेश
-
नामी कई कंपनियों में निवेश का जिक्र है
-
क्रिप्टो करेंसी से लेनदेन कर रहे आरोपी
Mahadev Satta App Case Update: छत्तीसगढ़ में सबसे चर्चित महादेव सट्टा ऐप केस मामले में ईडी ने अपनी चार्जशीट पेश की है। 2020 पेज की चार्जशीट में ईडी ने महादेव सट्टा ऐप के प्रमोटरों के द्वारा शेयर मार्केट में एक हजार करोड़ रुपए से अधिक का निवेश किया है।
इस निवेश के बाद इस केस में अब सेबी की एंट्री भी हो गई है।
सेबी (SEBI) अब जांच करेगी कि एक साथ इनते सारे रुपए अलग-अलग शेयर में निवेश किए गए हैं। इसी केस में छत्तीसगढ़ की पुलिस भी एक्शन में नजर आ रही है।
छत्तीसगढ़ रायपुर पुलिस के साथ ही दूसरे राज्यों की पुलिस भी सट्टा ऐप (Mahadev Satta App Case Update) से जुड़े आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है।
लेकिन पुलिस को चकमा देने आरोपी भी नई तरकीब निकाल रहे हैं। इधर इस केस से जुड़े लोगों से परेशान एक कारोबारी ने खुदकुशी कर ली है।
क्रिप्टो करेंसी के जरिए ट्रांजेक्शन
महादेव सट्टा ऐप (Mahadev Satta App Case Update) पर लगतार कार्रवाई की जा रही है। छत्तीसगढ़ के साथ-साथ दूसरे राज्यों की पुलिस भी इस केस में लगातार एक्शन ले रहे है और आरोपियों पर शिकंजा कस रही है।
ऐसे में अब महादेव सट्टा ऐप (Mahadev Satta App Case Update) से जुड़े लोग आर्थिक परेशानी से जूझ रहे हैं, लेकिन अपराधी, अपराधी होते हैं।
पुलिस जहां एक तरफ महादेव सट्टा ऐसे से जुड़े खाते सीज कर रही है तो दूसरी ओर आरोपी पैसों को ठिकाने लगाने क्रिप्टो करेंसी के जरिए ट्रांजेक्शन कर रहे हैं।
इसको लेकर पुलिस को इनपुट मिले हैं। वहीं क्रिप्टो करेंसी में डील होने के बाद तो पुलिस के लिए और भी मुश्किल खड़ी हो गई है।
अब क्रिप्टो करेंसी से हो रहे ट्रांजेक्शन पर लोक लगाना पुलिस के लिए बड़ी समस्या उत्पन्न कर रहा है।
पिछले दिनों ये सामग्री की जब्त
पुलिस लगातार आरोपियों पर शिकंजा कस रही है। हाल ही में पुलिस ने कोलकाता से 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार आरोपियों से 7 लैपटॉप, 19 मोबाइल फोन, 7 पासबुक, 5 चेकबुक और 10 एटीएम कार्ड भी बरामद किए हैं। जानकारी मिली है कि ये आरोपी बिहार के निवासी हैं।
नामी कंपनियों में किया निवेश
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 2020 पन्नों की चार्जशीट पेश की है। इसमें खुलासा किया है कि महादेव सट्टा ऐप (Mahadev Satta App Case Update) के प्रमोटर सौरभ, रवि और शुभम ने सट्टेबाजी से ब्लैक इनकम कमाकर इसे व्हाइट करने शेयर मार्केट में लगाया है।
प्रमोटरों ने एक हजार करोड़ रुपए से अधिक का निवेश किया है। जांच में जानकारी दी कि बड़ी रकम एक जगह कैश रखने के बजाय प्रमोटरों ने ऑनलाइन ही पूरा ट्रांजेक्शन किया है।
इससे एक ही समय में करोड़ों रुपए के शेयर एक साथ खरीदे गए। ज्यादातर शेयर नामी कंपनियों के खरीदे गए, ताकि इन आरोपियों को भविष्य में किसी भी तरह का नुकसान न उठाना पड़े। इस मामले की जांच अब सेबी करेगी।
प्रमोटरों ने बनाई फर्जी कंपनी
ईडी की चार्ज शीट में खुलासा हुआ है कि शेयर मार्केट (Share Market) में तगड़ा निवेश करने प्रमोटरों ने फर्जी कई शैल कंपनियां बनाई। इसमें अधिकतर कंपनियां विदेश की दिखाई, ताकि किसी को शंका न हो सके।
ईडी ने हवाला कारोबारी गिरीश तलरेजा और सुरेश चोखानी के अरेस्ट होने के दो माह बाद पिछले हफ्ते 252 पन्नों का पूरक परिवाद और 2200 पेज के दस्तावेज पेश किए हैं।
इसी मामले में पिछली सरकार के कुछ प्रभावशाली लोगों का नाम लिए बिना उनकी संलिप्तता दर्शाई गई है।
30 से ज्यादा लोग फरार
ईडी ने इस केस में अब तक 1300 करोड़ की संपत्ति को अटैच किया गया है। इस मामले में 1.86 करोड़ कैश, 1.78 करोड़ की ज्वेलरी, 580 करोड़ की संपत्ति और शेयर मार्केट में निवेश किया गया पैसा भी शामिल किया गया है।
छत्तीसगढ़ के अलावा दूसरे राज्यों में भी स्थित संपत्तियों को अटैच किया गया है। इस केस में अब तक 19 लोगों को अरेस्ट किया गया है। इसके अलावा 30 से ज्यादा लोग अभी भी फरार हैं।
ये खबर भी पढ़ें: Cyber Crime का नया तरीका आया सामने, इस दुश्मन देश से आ रहे फर्जी कॉल, लाखों की हो रही ठगी
कारोबारी ने की खुदकुशी
महादेव (Mahadev Satta App Case Update) ऑनलाइन सट्टा ऐप (Mahadev Satta App User Committed Suicide) का उपयोग करने वाले व्यापारी ने खुदकुशी कर ली है।
रायपुर के कारोबारी संदीप बग्गा ने कीटनाशक पीकर आत्महत्या की है। संदीप बग्गा ने सुसाइड नोट भी छोड़ा है। इस नोट में महादेव सट्टा के पैनल ऑपरेटर नीतीश मित्तल से लेनदेन का जिक्र किया है।
इसमें बताया कि कारोबारी ने महादेव सट्टा ऐप से जुड़े लोगों को 10 लाख रुपए उधार दिए थे, जब उसने यह रूपए मांगे तो सामने से उसे जान से मारने की धमकी दी जाने लगी।
इससे परेशान होकर संदीप बग्गा ने आत्महत्या कर ली।