नई दिल्ली। साल 2021 से आम आदमी से लेकर वैज्ञानिकों तक को उम्मीदें थी। सबको लग रहा था कोरोना इस साल खत्म हो जाएगा। लेकिन फिलहाल ऐसा होता हुआ दिख नहीं रहा है। कोविड के नए स्ट्रेन मिलने के बाद पहले दक्षिण अफ्रीका, फिनलैड, इंग्लैंड और अब भारत में कोरोना के नए मामले सामने आने लगे हैं। नवंबर के बाद एक बार फिर मामलों में तेजी आई है। आइए जानते हैं इसके पीछे की वजह क्या है।
15 फरवरी से लागातार केस बढ़ रहे हैं
स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, अब देश में कोरोना के कुल मामले बढ़कर एक करोड़ 9 लाख 91 हजार 651 हो गए हैं। इनमें से कुल एक लाख 56 हजार 302 लोगों की जान जा चुकी है। हालांकि, पिछले तीन महीनों में तेजी से मरीज ठीक भी हो रहे थे। लेकिन एक बार फिर से संक्रमण के नए स्ट्रेन ने लोगों को डराना शुरू कर दिया है। 15 फरवरी से लागातार केस बढ़ रहे हैं। वहीं देश में पिछले चौबीस घंटों में 14 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं। ज्यादातर मामले 4 राज्यों से आए हैं।
कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग को कंट्रोल कर पाना सबसे बड़ी चुनौती
इन राज्यों में महाराष्ट्र, केरल, मध्यप्रदेश और पांजाब है। इन चारों राज्यों में से सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में कोरोना का नाय स्ट्रेन कोहराम मचा रहा है। जहां लगातार कई दिनों से 6 हजार केस रोजाना आ रहे हैं। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यही है कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है। विशेषज्ञों की माने तो इसका सबसे बड़ा कारण कॉन्टैक्स ट्रेसिंग है। जिसे सही से नहीं किया जा रहा है। क्योंकि नए स्ट्रेन के जितने मामले आ रहे हैं वह शहरों की अपेक्षा ग्रामीण इलाकों या फिर मिले-जुले इलाकों से आ रहे हैं। जहां कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग को कंट्रोल कर पाना मुश्किल है।
लोगों के अंदर से डर खत्म हो गया है
वहीं दूसरा सबसे बड़ा कारण है लोगों के अंदर से डर का खत्म हो जाना। लोग अब संक्रमण को हल्के में ले रहे है। न तो इन इलाकों में कोरोना के गाइडलाइन को फॉलो किया जा रहा है और न ही प्रशासन के तरफ से ज्याद सख्ती दिखाई जा रही है। लोग खुलेआम बिना मास्क के घुम रहे हैं। यही कारण है कि इन इलाकों में कोरोना का नया स्ट्रेन तेजी से फैल रहा है। लोग अब निश्चिंत हो गए हैं और नियमों का भी सख्ती से पालन नहीं कर रहे हैं।
चुनाव में लोग संपर्क में आए थे
वहीं महाराष्ट्र की बात करें तो राज्य में जनवरी में ही ग्राम पंचायत चुनाव हुए हैं। ऐसे में लोग वोट देने के लिए सार्वजनिक जगह पर आए थे। जहां करीब से लोग एक दूसरे के संपर्क में आए। इस कारण से भी अमरावती जैसे जिलों में कोरोना के मामले अधिक आने लगे हैं। साथ ही मुंबई की लाइफलाइन लोकल ट्रेन के शुरू हो जाने के कारण भी लोग संपर्क में आ रहे हैं।