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UGC NET Cancelled Reason: नेट परीक्षा के पेपर लीक और रिजल्ट में अनियमितता को लेकर छात्रों ने एनटीए के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है, जिसकी जांच फिलहाल जारी है। दूसरी ओर 18 जून को हुई यूजीसी नेट की परीक्षा एक दिन बाद 19 जून को रद्द कर दी गई. इसको लेकर शिक्षा मंत्रालय ने कहा कि गड़बड़ी की आशंका के चलते इसे रद्द किया गया है।
देश भर में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की नीट परीक्षा में हुई लापरवाही के खिलाफ प्रदर्शन कर रहें हैं. दरअसल 18 जून को देश भर में नेट परीक्षा का आयोजन किया गया था. लेकिन परीक्षा के 24 घंटे बाद NTA की तरफ से बयान आता है कि कई परीक्षा केन्द्रों पर पेपर लीक होने की वजह से कैंसिल किया जाता है.
जिसके बाद से ही नेट की परीक्षा देने वाले देश भर के छात्रों में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है. 20 जून को परीक्षा को रद्द होने के बाद सरकार ने सीबीआई को जांच का जिम्मा सौंपा है. इस मामले में सरकार का कहना है कि ख़ुफ़िया रिपोर्ट्स में पता चला कि नेट परीक्षा का पेपर डार्क वेब या डार्क नेट पर वायरल हुआ था.
आइए जानतें हैं कि आखिर डार्क वेब होता क्या है साथ ही किस तरह इस पर गैर क़ानूनी काम किए जाते हैं.
क्या होता है डार्क वेब ?
केंद्र सरकार द्वारा बताया गया कि एक ख़ुफ़िया रिपोर्ट में पता चला कि नेट का पेपर डार्क वेब पर लीक हुआ था. आपके मन में भी ये सवाल उठ रहा होगा कि आखिर ये अर्क वेब होता क्या है. डार्क वेब इंटरनेट का वह हिस्सा है जिसे सामान्य सर्च इंजन से एक्सेस नहीं किया जा सकता.
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यह एक छिपा हुआ नेटवर्क है जहाँ गुमनाम रूप से इंटरनेट का उपयोग किया जाता है. डार्क वेब में विभिन्न प्रकार की एक्टिविटीज होती हैं, जिनमें से कुछ कानूनी होती हैं, जैसे गोपनीयता की रक्षा के लिए कम्युनिकेशन, जबकि कुछ अवैध होती हैं.
जैसे ड्रग्स, हथियारों और चोरी की जानकारी की बिक्री। इसे एक्सेस करने के लिए विशेष सॉफ़्टवेयर जैसे टोर (TOR) की आवश्यकता होती है. जो यूजर्स और उनकी एक्टिविटी को गुमनाम रखता है. डार्क वेब का उपयोग करना जोखिम भरा हो सकता है, इसलिए इसकी जानकारी और इसके उपयोग के दौरान सावधानी बरतनी चाहिए.
डार्क वेब से बचने के उपाय
डार्क वेब पर जाने से बेहतर है कि आप उससे दूर रहें। इसका मतलब है कि पहले अच्छे से सोचें और जरूरी हो तभी जाएं।
अपने डिवाइस को अपडेट रखें, मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें और फ़िशिंग ईमेल या वेबसाइट से सावधान रहें।
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वीपीएन (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) का उपयोग करके आप अपनी ऑनलाइन गतिविधियों को एन्क्रिप्ट कर सकते हैं, जिससे आपकी गोपनीयता और सुरक्षा बनी रहेगी।
अपनी व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी को साझा न करें, खासकर उन वेबसाइटों पर जो विश्वसनीय न हों। डार्क वेब पर अवैध गतिविधियां या कंटेंट से दूर रहें, क्यों कि इसे कानूनी कठिनाइयों में डाला जा सकता है।
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