ठाणे। Nepal Plane Crash आशीष सावंत को जब यह मालूम चला कि नेपाल में रविवार को लापता हुए विमान में सवार लोगों में त्रिपाठी परिवार भी मौजूद था, तो उन्हें बड़ा सदमा लगा। 29 वर्षीय सावंत यहां त्रिपाठी परिवार का चालक है और उन्होंने बताया कि दो दिन पहले ही उन्होंने परिवार के चार सदस्यों को मुंबई हवाई अड्डा पर छोड़ा था। उन्होंने रोते हुए कहा, ‘‘मैंने सबकुछ खो दिया है।’’
नेपाल के पर्यटन शहर पोखरा से उड़ान भरने के कुछ मिनट बाद हिमालयी पर्वतीय क्षेत्र में रविवार को लापता हुए तारा एअर के विमान में अशोक कुमार त्रिपाठी (54), उनकी पत्नी वैभवी (बांदेकर) त्रिपाठी और बच्चे धनुष (22) तथा ऋतिका (15) के साथ क्या हुआ है, यह अब भी स्पष्ट नहीं है। ठाणे के दीवा में रहने वाले सावंत ने कहा कि वह पिछले सात साल से त्रिपाठी परिवार के चालक के तौर पर काम कर रहा है और वैभवी त्रिपाठी को मुंबई में बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) में उनके कार्यालय छोड़ता था।
उन्होंने कहा, ‘‘दो दिन पहले ही मैंने परिवार को मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर छोड़ा था और आज मुझे यह हैरान करने वाली खबर मिली है।’’ हादसे की खबर मिलते ही सावंत बालकुम इलाके में रुस्तमजी एथेना अपार्टमेंट में उनके घर पहुंचा। इमारत के चौकीदार सुनील चाल्के (55) ने बताया कि त्रिपाठी परिवार के सदस्य बेहद अच्छे हैं।
जानें कैसे हुआ हादसा
आपको बताते चलें कि, नेपाल से बीते दिन रविवार को मस्टैंग जिले के कोवांग गांव में विमान दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर सामने आई थी जिसके बाद आज सोमवार को नेपाली सेना के प्रवक्ता ने एक ट्वीट में कहा, ‘खोज और बचाव दल ने विमान दुर्घटना स्थल का पता लगा लिया है। जिस तारा एयर का 9 NAET जुड़वां इंजन वाले विमान में चार भारतीयों सहित 22 लोग सवार थे।