Neemuch Case Action: नीमच में पुलिसकर्मियों को बंधक बनाने के मामले में 100 ग्रामीणों के खिलाफ शुक्रवार को FIR दर्ज की। बुधवार को चौकड़ी गांव में आरोपी नीलेश धाकड़ को सिंगौली पुलिस की कस्टडी से छुड़ाने के लिए गांव वालों ने एक साथ हमला किया था। आरोपियों ने घातक हथियार का इस्तेमाल और पुलिस पर पथराव किया। इसके साथ ही लाठियों से हमला किया था। ग्रामीणों ने सरकारी वाहनों और सार्वजनिक संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया था।
इन 23 लोगों के खिलाफ नामजद FIR
पुलिस ने पवन धाकड़, गोपाल मास्टर धाकड़, निर्मल धाकड़, शांतिलाल, संजय, मुकेश धाकड़, नाथूलाल धाकड़, रामप्रसाद, रामचन्द्र धाकड़, राजू धाकड़, दीपक ब्राह्मण, पप्पू धाकड़, मुकेश धाकड़, नन्दकिशोर धाकड़, कमलेश धाकड़, बाबरु राठौर, राजेश धाकड़, भोलाराम धाकड़, अर्जुन धाकड़, अंकित धाकड़, विनोद धाकड़, प्रभुलाल राठौर और रमेश धाकड़ की पहचान की है। इनके खिलाफ नामजद FIR हुई है।
22 जनवरी को ग्रामीणों ने पुलिस को बनाया था बंधक
चौकड़ी गांव में 22 जनवरी को टीआई समेत 6 पुलिसकर्मियों को ग्रामीणों ने 7 घंटे बंधक बनाकर रखा था। करीब एक हजार से ज्यादा गांववालों ने सिंगोली थाना TI उमेश यादव समेत 6 पुलिसकर्मियों को घेरकर रखा था। पत्थर भी फेंके थे। देर रात और पुलिसबल आया और लाठीचार्ज किया। आंसू गैस के गोले छोड़े और पुलिसकर्मियों को छुड़ाकर ले गए।
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पुलिस पर आरोप
बवाल डोडाचूरा की जब्त क्वांटिटी को लेकर हुआ था। लोगों का पुलिस पर आरोप था कि पुलिस ने 35 किलो डोडाचूरा जब्त किया था, लेकिन 54 किलो 300 ग्राम बताया था। जिस आरोपी नीलेश के पास से पुलिस ने डोडाचूरा जब्त किया था, उसके भाई ने आरोप लगाया कि पुलिस ने नीलेश को छुड़ाने के बदले में 40 लाख रुपए की डिमांड की थी।
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