नवीन हिन्दू वर्ष 13 अप्रैल 2021 , राजा मंगल कराएगा अल्प बारिश

भोपाल । नूतन संवत्सर 2078, यानि हिन्दू नववर्ष। इस वर्ष का नाम ‘आनंद’ है। जिसकी शुरुआत चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से हो रही है और इसी के साथ मां की आराधना का पर्व शुरू हो जाएगा। इस वर्ष का राजा मंगल और मंत्री भी मंगल है। ज्योतिषाचार्य की माने तो जिस वर्ष राजा मंगल होता है वह उत्पात मचाता है। साथ ही इससे सामान्य बारिश से कम बारिश के योग बनते हैं। मंगल राजा होने से वायु प्रकोप, अग्नि प्रकोप और वृष्टि के योग बनाते हैं।
हिन्दु नव वर्ष पर बनाते हैं चटनी
पहले के समय में हिन्दु नववर्ष प्रारंभ होने पर लोग पंडित के पास जाकर अपने वर्ष भर का राशि फल जानते थे और उन्हें दक्षिणा देते थे। उसके बाद उन्हें पंडित द्वारा वर्षभर की आरोयग्यता के लिए एक चटनी दी जाती थी। जिसे नीम की कौंपल, जीरे, हींग, अजवाइन, काली मिर्च और इसके साथ सैंधा नमक को थोड़ी—थोड़ी मात्रा में मिलाकर बनाया जाता था। अब लोग पंडित के पास नहीं जाते हैं पर घर पर इसे बनाकर खाया जाता है।
पारिभद्रस्यपत्राणि कोमलानि विशेषत:सपुष्पाणि समानीय चूर्णं कृत्वाप्रयत्नत:।
मरीचि लवणंहिंगु जीरकेण च संयुतम् अजमोदायुतंचैव भक्षयेद्रोगशान्तये ।।
आवर्त नाम मेघ होने से अल्प वर्षा —
प्रत्येक वर्ष मेघ यानि बादलों के नाम अलग—अलग होते हैं। इस वर्ष इनका नाम आवर्त मेघ होने से अल्प वर्षा के योग बने हैं।
राजा मंगल का फल —
जिस वर्ष राजा मंगल होता है उस वर्ष अग्नि का भय होता है। चोरों का उत्पाद बढ़ता है। शत्रुओं का विग्रह होता है। जनता दुखी होती है। इस समय रोग बढ़ते हैं। साथ ही राजा मंगल अल्प वर्षा भी कराते हैं। ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविन्द शास्त्री के अनुसार जब मंगल राजा होते हैं तो आगजनी, उपद्रव और दुर्घटनाएं बढ़ती हैं। क्योंकि मंगल उग्र हैं। इसलिए लोगों में क्रोध बढ़ता है।
मंत्री मंगल का फल —
चोरी की वारदातें बढ़ेंगी। लोगों में रोग से पीड़ा की बढ़ोत्तरी होगी। जनपदों की जय होगी। सुख में वृद्धि होगी। गायों में दुग्ध की अल्पता होगी। ब्राहृमण अपने कार्यों में निरंतर बढ़ते रहेंगे।
सस्येश शुक्र —
जब सस्येश शुक्र होते हैं तो वर्षा शुभ व धन—धान्य में वृद्धि होती है।
रसेश सूर्य —
जब रसेश सूर्य होते हैं। तो रसीले पदार्थों का अल्प उत्पादन होता है।