BJP New President: बीजेपी के वर्तमान अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा (JP Nadda) को पीएम मोदी ने अपनी कैबिनेट में जगह दी है. नड्डा को दूसरी बार स्वास्थ्य मंत्रालय का जिम्मा दिया गया है. इसके बाद से बीजेपी अध्यक्ष के पद के लिए लोगों ने कयास लगाने शुरू कर दिए हैं.
नड्डा का कार्यकाल जून 2024 तक बढ़ाया गया था. अब नए अध्यक्ष के लिए अटकलें तेज हो गईं हैं. कैबिनेट मंत्री बनाए जाने से पहले कई नाम चल रहे थे, लेकिन उन सभी को मंत्रिमंडल में जगह दे दी गई. अब नए नाम सामने आने लगे हैं.
बीजेपी अध्यक्ष पद की रेस में 4 नाम
बीजेपी अध्यक्ष पद की रेस में पहले शिवराज सिंह चौहान, भूपेंद्र यादव, मनोहर लाल खट्टर का नाम चल रहा था. इन नेताओं को मंत्रालय मिलने के बाद अब नए अध्यक्ष के तौर पर 5 नाम सामने आए हैं. जिसमें से 3 नाम ऐसे हैं जिनके संघ आरएसएस से भी अच्छे संबंध रहे हैं. पहला नाम नरेंद्र मोदी, अमित शाह और आरएसएस दोनों का प्रिय है. अटकलें हैं की पार्टी अध्यक्ष पद के लिए अब नए नाम को सामने लाया जाएगा.
सुनील बंसल
सुनील बंसल इस समय बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव हैं. सुनील बंसल 2014 में अमित शाह के साथ यूपी के सह-प्रभारी, 2017 के विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव में राज्य के मुख्य प्रभारी रहे हैं. 2019 में यूपी में बीजेपी की 62 सीटों के पीछे उनकी सफल रणनीति को श्रेय दिया जाता है. इसके बाद उन्हें ओडिशा और तेलंगाना का जिम्मा दिया गया. सुनील बंसल आरएसएस के पूर्व प्रचारक भी रहने के साथ अमित शाह के भी करीबी हैं.
बीएल संतोष
बीएल संतोष बीजेपी अध्यक्ष पद के प्रबल दावेदार हैं. वर्तमान में वे बीजेपी( संगठन)महासचिव हैं. इसके पहले वह आरएसएस के प्रचारक भी रहे हैं. बीजेपी के ज्यादातर कार्यकर्ताओं के वैचारिक प्रशिक्षण में उनका प्रभाव देखा जाता है. हालांकि बीजेपी का एक गुट उन्हें 2023 में कर्नाटक में पार्टी की हार का जिम्मेदार मानता है. बीएल संतोष मीडिया और सोशल मीडिया पर लगातार बयानबाजी के लिए भी जाने जाते हैं.
विनोद तावड़े
विनोद तावड़े भी इस समय बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव हैं. तावड़े अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के बैकग्रांउड से आते हैं. महाराष्ट्र के मराठा समुदाय से आने वाले तावड़े अपने मृदुभाषी व्यक्तित्व के लिए पहचाने जाते हैं. इसी साल महारास्ट्र में विधानसभा चुनाव भी हैं. इसलिए बीजेपी अध्यक्ष बनाकर एक तीर से 2 निशान भी साध सकते हैं. इसके साथ इस बार गठबंधन सरकार में NCP अजीत पवार गुट और शिवसेना सिंदे गुट दो सहयोगी दल भी महाराष्ट्र से हैं. ऐसे में उनको साथ लेकर चलने के लिए पार्टी तावड़े को अध्यक्ष बना सकती है.
ओम माथुर
राजस्थान के वरिष्ठ नेता ओम माथुर आरएसएस के प्रचारक रहने के साथ अमित शाह के भी प्रिय हैं. माथुर के पास अच्छाखासा संगठनात्मक अनुभव है. गुजरात और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में पार्टी कैंपेन को मैनेज करने का अनुभव रहा है. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में उनकी अहम भूमिका थी. यहां विधानसभा चुनाव जीताने के लिए माथुर की रणनीति बीजेपी के काम आई.
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