भोपाल। National Junior Equestrian Championship घोड़े पर बैठकर उसकी सवारी करना या उसे दौड़ाना किसे पसंद नहीं, लेकिन इसके लिए दो चीजें बहुत जरूरी हैं। पहला तो घुड़सवारी के गुण और दूसरा एक शानदार घोड़ा। जी हां यदि दोनों चीजें हो तो फिर क्या कहना। इन दिनों भोपाल में घोड़ों का मेला लगा हुआ है। आप सोच रहे होंगे कैसा मेला। तो हम आपको बता दें राजधानी भोपाल में घोड़ों की रफ्तार, साहस और रोमांच के खेल घुड़सवारी की नेशनल जूनियर चैंपियनशिप सोमवार से शुरू हो रही है। देशभर से यहां 200 खिलाड़ी और घोड़े आए हुए हैं।जिसमें एक से घोड़े आपको देखने मिलेंगे। तो चलिए हम आपके आज बताने जा रहे हैं कि घुड़सवारी सीखने के लिए आपको कितने पैसे खर्च करने होंगे। साथ ही कौन सा घोड़ा आपके लिए अच्छा होगा।
गेम सीखने में कितने खर्च —
अगर आप भी ये गेम सीखना चाहते हैं तो आपको बता दें इसकी ट्रेनिंग से लेकर डाइट तक में सैकड़ों नहीं हजारों रुपए खर्च होते हैं। यहां आए प्रतिभागियों का क्या कहना है चलिए आपको बताते हैं।
आप भी जान लें घोड़े की खासियत —
भोपाल में शुरू हुई इस चैंपियनशिप में एक प्रतिभागी राजस्थान से आई हैं। जो अपने घोड़ो को प्यार से सिल्वर स्टिक नाम से पुकारती हैं। इतना ही नहीं इनके ठाट भी निराले हैं। ये एसी में रहती हैं तो यहां वहां जाने के लिए भी एसी बस का सफर करती है। सिल्वर स्टिक हिमालय फीड है। राजस्थान की ज्योति का कहना है कि सिल्वर स्टिक एक सुपर हॉर्स है। वो जहां भी जाती है मैडल जीतकर ही जाती है। इतना ही नहीं एशियन मेम्स की ट्रायल भी जीत चुकी है।
तो इसलिए घोड़े को खिलाते हैं चना —
आपको बता दें इस घोड़े की सेहत के पीछे देसी घी—गुड है। ज्योति की मानें तो घोड़े की सेहत के पीछे उसकी भरपूर डाइट है। उसे खाने में घी—गुड खिलाया जाता है। साथ ही वह रोजाना 100 ग्राम सरसों का तेल पीता है। तो वहीं 1 किलो 360 ग्राम चना, 2 किलो 40 ग्राम जौ, 1 किलो 130 ग्राम के बिना इसकी डाइट अधूरी है।
सबसे महंगा घोड़ा 90 लाख का —
जानकारी के अनुसार भोपाल की सुदीप्ति हजेला के पास सबसे महंगा घोड़ा है। जिसका नाम क्रिस्टी है। सुदीप्ति फ्रांस में रहकर ट्रेनिंग ले रही हैं। जो इस समय भोपाल में ही हैं। इस टूर्नामेंट में शामिल होने जा रहे हैं। दो अन्य घोड़े भी 40-40 लाख रुपए के हैं।
25 एकड़ में फैली है अकादमी
टूर्नामेंट 25 एकड़ में फैली मप्र घुड़सवारी अकादमी में होने जा रहा है। यह विशनखेड़ी में बनी है। इनके लिए अस्थायी अस्तबल (टेंट सिटी) बनाए हैं। ये सभी टॉप क्लास के हैं। जिसमें शामिल हुए घोड़ों की कीमत 10 लाख से 90 लाख तक है।
45-45 मिनट ट्रेनिंग —
ज्योति के अनुसार रोजाना उनके घोड़े की सुबह-शाम ट्रेनिंग होती है। इतना ही नहीं हैंडलर उसके आराम से लेकर पूरा ख्याल रखता है। ट्रेनिंग के दौरान ही खिलाड़ी से बॉडिंग हो जाती है। ऐसे में आगे दिक्कत नहीं होती।
पहली होती है मेडिकल जांच —
आपको बता दें किसी भी घोड़े को मैदान में उतरने के पहले और बाद में उसका मेडीकल चेकअप कराया जाता है। घोड़े के अस्वस्थ्य होने की कंडीशन में उसे मैच नहीं खेलने नहीं उतारा जाता है। साथ ही वह टूर्नामेंट से बाहर हो जाता है।
ऐसे तय होती है घोड़े की कीमत —
आपको बता दें घुड़सवारी की ट्रेनिंग के लिए घोड़ा 1 लाख से लेकर 90 लाख रुपए तक की कीमत का आता है। इनकी क्षमता के आधार पर कीमत तय होती है। यानि जितना ज्यादा ट्रेंड घोड़ा उतना ही परफेक्ट होगा। साथ ही उसकी लंबी जंप, कितनी देर तक दौड़ते हुए सभी इवेंट का सही तरीके से क्लियर करना आदि बातों पर उसकी कीमत निर्भर करती है।