Image Source- @NASA_SLS
नई दिल्ली। पूरी दुनिया में स्पेश रिसर्च पर काफी काम किया जा रहा है। हर दिन इस क्षेत्र में नए-नए आविष्कार हो रहे हैं। लोग पहले जहां बस अंतरिक्ष को दूरबीन के सहारे देखा करते थे। वहीं आज वहां अंतरिक्ष पर्यटन पर काम किया जा रहा है। अब यात्री बस अंतरिक्ष पर पहुंचने के कुछ ही कदम दूर हैं। इसी कड़ी में नासा 17 जनवरी को दुनिया का सबसे शक्तिशाली रॉकेट स्पेस लॉन्च सिस्टम का प्रक्षेपण करने जा रहा है। इसका उपयोग नासा भविष्य में गैर व्यवसायिक मानव अंतरिक्ष उड़ान के लिए करेगा।
आर्टिमिस कार्यक्रम के तहत बनाया जा रहा है इस रॉकेट को
नासा इस तकनीक पर काफी लंबे समय से काम कर रहा है। कई बार इसके परीक्षण के लिए प्रयास किए गए। लेकिन अनेक कारणों से इसे टाल दिया जा रहा था। अब नासा ने फिर एक बार स्पेस लॉन्च सिस्टम को परीक्षण करने का मन बनाया है। दरअसल, इस समय नासा अपने सबसे प्रमुख अभियान आर्टिमिस कार्यक्रम पर काम कर रहा है। जिसे तीन चरणों में पुरा करना है। इस अभियान के अंतिम चरण में एक महिला और एक पुरूष यात्री को चंद्रमा के सतह पर उतारा जाएगा। इसी काम के लिए नासा दुनिया के सबसे शक्तिशाली रॉकेट का निर्माण कर रहा है
कितना शक्तिशाली है यह रॉकेट
नासा के अनुसार SLS 322 फुट लंबा है। जो सौटर्न V(363) से थोड़ी कम उंचाई का है। सौटर्न V(363) का इस्तेमाल नासा ने 1960 में एस्ट्रोनॉट्स को चंद्रमा पर ले जाने के लिए किया था। हालांकि SLS, सैटर्न V से लिफ्टऑफ के मामले में 15 प्रतिशत ज्यादा शक्तिशाली है। साथ ही इससे अंतरिक्ष में 27 टन का भार ले जाया जा सकता है।