Namibian Cheetahs in Mp: 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) का जन्मदिन है और इसी दिन नामीबिया से चीते भारत लाए जा रहे हैं। इन चीतों का ठीकाना मध्य प्रदेश में स्थित कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) में रहेगा। हालांकि ये पल आने में अभी दो दिन है लेकिन पिछले कुछ दिनों से शेर, बाघ, चीते और तेंदुए में अंतर को लेकर सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हो रही है। इसी सिलसिले में एक नया सवाल पैदा हुआ कि चीते की आवाज कैसी होती है? लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि कैट फैमिली से होने के बावजूद चीता न तो शेर की तरह दहाड़ता और न ही यह हाथी की तरह चिंघाड़ता है। आइए जानते है।
ये चीजें बनाती है चीते को खास
बता दें कि चीता कैट फैमिली का ही एक जानवर है। मूल रूप से यह जानवर अफ्रीका और सेंट्रल ईरान का है। चीते को मुख्यतौर पर उसके रफ्तार की वजह से जाना जाता है। कई जानकारों के मुताबिक, चीता 80 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 128 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ सकता है। वहीं खास बात यह भी है कि चीता दौड़ते वक्त आधे से अधिक समय हवा में ही रहता है।
ऐसी आवाज निकालते हैं चीते?
चीता कैट फैमिली से होने की वजह से चीता थोड़ा-थोड़ा कैट फैमिली के ही दूसरे जानवर जैसे कि शेर और बाघ की तरह दिखता है। ऐसे में कई लोगों को लगता है कि यह जानवर इनकी तरह दहाड़ता होगा,लेकिन ऐसा नहीं है। चीतों की आवाज चिड़ियों के आलावा कुत्ते और थोड़ी बहुत बिल्लियों से भी मेल खाती है।
इसलिए चुना कूनो पार्क को
मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में चीतों के लिए सुरक्षा, शिकार और आवास की भरपूर जगह है, जो इनके लिए उपयुक्त है। हर चीते के रहने के लिए 10 से 20 वर्ग किमी एरिया और उनके प्रसार के लिए पर्याप्त जगह होना चाहिए। यह सभी चीजें कूनो पालपुर राष्ट्रीय उद्यान में मौजूद है।