Nakli Mawa : आज से अक्टूबर का माह शुरू हो चुका है। अक्टूबर माह त्योहारों का सीजन है, क्योंकि अक्टूबर में दुर्गा अष्टमी, धनतेरस, दिवाली, गोवर्धन पूजा और भाई दूज का पर्व हाने वाला है। त्योहारों को देखते हुए घरों की सफाई, घरों में मीठे व्यंजन बनाने का काम शुरू हो जाता है। खास तौर पर दिवाली पर मिठाईयां बनाई जाती है, क्योंकि हिंदू धर्म में कोई भी त्योहार मिठाई के बिना अधूरा है। त्योहारों के मौके पर कई लोग घरों में ही मिठाईयां बनाते है तो कई लोग बाजार से खरीदकर लाते है।
दिवाली के मौके पर सबसे ज्यादा मिठाईयां बनती है। बाजारों में आपने कई तरह की मिठाईयां देखी होंगी। ये मिठाईयां अधिक्तर मावा (Nakli Mawa) से बनाई जाती है। लेकिन त्योहारों के सीजन में नकली मावा (Nakli Mawa) का व्यापार तेजी से किया जाता है। बाजारों में मिलावटी मावा (Nakli Mawa) आना शुरू हो जाता है, जोकि हमारे शरीर के लिए जहर के समान होता है। दरअसल, त्योहारों के समय में मिठाईयों की मांग अधिक हो जाती है। और इसी का फायदा नकली मावा (Nakli Mawa) बेचने वाले उठा लेते है। हालांकि राज्य सरकारें और फूड विभाग नकली मावा (Nakli Mawa) वाले वालों की धरपकड़ करता है लेकिन नकली मावे (Nakli Mawa) का कारोबार इतना बड़ा होता है कि कई बार उनतक पहुंच पाना संभव नहीं हो पाता है।
कैसे करें नकली मावे की पहचान
अगर आप त्योहार पर मिठाई बनाने के लिए बाजार से मावा (Nakli Mawa) खरीद रहे है, तो आप खुद नकली मावे (Nakli Mawa) की पहचान कर सकते है। जैसे की मावे (Nakli Mawa) में आप थोड़ी शक्कर मिलकार उसे गरम कर ले, अगर मावा पानी छोड़ने लगे तो समझ जाईए की मावा नकली (Nakli Mawa) है। वही बाजार के मावा को अपने हाथ की हथेली पर रगड़े, अगर मावे से घी की महक आ रही है तो मावा असली है। मावा लेते समय उसकी छोटी-छोटी गोलियों बनाएं, अगर गोलियां फटने लगे तो समझ जाइए की मावा नकली (Nakli Mawa) है। इसके अलावा नकली मावा मुंह में खाने से चिपकता है, लेकिन अगर मावा असली है तो वह नही चिपकेगा और दूध का स्वाद आएगा। इसके साथ ही नकली मावे (Nakli Mawa) की सही पहचान करना है तो इसके लिए आप 2 ग्राम मावा को 5 मिली लीटर पानी में घोल लें और उसे ठंडा होने दे। इसके बाद आप उसमें टिंचर आयोडीन को डाल दे, अगर मावा नकली (Nakli Mawa) होता तो उसका रंग नीला हो जाएगा।
ऐसे बनाता है नकली मावा
नकली मावा (Nakli Mawa) बनाने के लिए उसमें घटिया मिल्क पाउडर मिलाया जाता है। इसके साथ ही टेलकम पाउडर, चूना, चॉक और सफेद केमिकल्स मिलाए जाते है। इसके अलावा नकली मावा (Nakli Mawa) बनाने के लिए दूध में यूरिया, डिटर्जेंट पाउडर और वनस्पति घी मिलाया जाता है। वनस्पति घी, जिसे हम डालडा कहते है। जबकि सिंथेटिक दूध बनाने के लिए वॉशिंग पाउडर, रिफाइंड तेल, पानी में कम मात्रा में शुद्ध दूध को मिलाया जाता है। ऐसा करने से करीब 01 लीटर दूध से 20 लीटर सिंथेटिक दूध बनाया जाता है। और इसी दूध से मावा (Nakli Mawa) बनाया जाता है। कई लोग मावा में शकरकंद, सिंघाड़े का आटा, मैदा या आलू भी मिलाते हैं। आलू इसलिए मिलाते है ताकि मावे (Nakli Mawa) का वजन बढ़ जाए।