Nagpur Bulldozer Action: नागपुर में औरंगजेब की कब्र हटाने को लेकर हुई हिंसा के मुख्य आरोपी फहीम खान के घर पर सोमवार को बुलडोजर चलाया गया। नागपुर नगर निगम ने उन्हें अवैध निर्माण हटाने के लिए 24 घंटे का नोटिस दिया था।
जिसकी अवधि पूरी होने के बाद यह कार्रवाई की गई। फहीम पर 500 से अधिक दंगाइयों को भड़काने और हिंसा को बढ़ावा देने का आरोप है। इस मामले में उनके खिलाफ देशद्रोह का केस दर्ज किया गया है। फिलहाल, फहीम पुलिस हिरासत में हैं।
क्यों चला फहीम खान के घर पर बुलडोजर?
नागपुर नगर निगम ने फहीम खान के घर पर अवैध निर्माण को लेकर नोटिस जारी किया था। उन्हें 24 घंटे के अंदर निर्माण हटाने का निर्देश दिया गया था। जब फहीम ने इस नोटिस का पालन नहीं किया, तो नगर निगम ने बुलडोजर चलाकर अवैध निर्माण को गिरा दिया। यह मकान फहीम की पत्नी के नाम पर है।
फहीम खान पर क्या हैं आरोप?
फहीम खान पर औरंगजेब की कब्र हटाने को लेकर हुई हिंसा में 500 से अधिक दंगाइयों को भड़काने और हिंसा को बढ़ावा देने का आरोप है। उनके खिलाफ देशद्रोह सहित कई गंभीर धाराएं लगाई गई हैं। फहीम माइनॉरिटीज डेमोक्रेटिक पार्टी के शहर अध्यक्ष हैं और 19 मार्च को उन्हें गिरफ्तार किया गया था।
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फहीम की जमानत याचिका और दावे
फहीम खान ने 21 मार्च को सेशन कोर्ट में जमानत के लिए याचिका दायर की थी। उन्होंने दावा किया कि उन्हें राजनीतिक प्रतिशोध के चलते गिरफ्तार किया गया है, क्योंकि उन्होंने विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। हालांकि, अदालत ने अभी तक उनकी जमानत याचिका पर कोई फैसला नहीं सुनाया है।
सीएम फडणवीस ने क्या कहा?
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हिंसा के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि दंगाइयों की संपत्ति बेचकर हुए नुकसान की भरपाई की जाएगी। उन्होंने कहा, “जरूरत पड़ी तो बुलडोजर भी चलाया जाएगा।” सीएम ने यह भी कहा कि पुलिस पर हमला करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
नागपुर में कर्फ्यू हटा, स्थिति सामान्य
हिंसा के छह दिन बाद रविवार को नागपुर से कर्फ्यू हटा लिया गया। पुलिस कमिश्नर रविंद्र सिंघल ने संवेदनशील इलाकों में पुलिस तैनाती जारी रखने के साथ कर्फ्यू हटाने का आदेश दिया। हिंसा के दौरान 33 पुलिसकर्मी घायल हुए थे, जिनमें तीन डिप्टी पुलिस कमिश्नर स्तर के अधिकारी शामिल हैं।
क्या था हिंसा का कारण?
हिंसा की शुरुआत छत्रपति संभाजीनगर (औरंगाबाद) से औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग को लेकर हुई थी। बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने 17 मार्च को पूरे महाराष्ट्र में प्रदर्शन किया था। नागपुर में हरे रंग का कपड़ा जलाए जाने के बाद विवाद बढ़ा और हिंसा भड़क गई। दूसरे पक्ष ने आरोप लगाया कि जलाए गए कपड़े पर कुरान की आयतें लिखी हुई थीं।
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