बेहिसाब जमीन और पैसा, अच्छी नौकरी, समाज में रूतबा और बेहतरीन जिंदगी… जबलपुर के रहने वाले पेशे से शिक्षक इंद्रकुमार तिवारी के पास वो सबकुछ था, जिसका ख्वाब एक मिडिल क्लास शख्स को होता है… उन्हें अपनी किस्मत से बस एक शिकायत थी कि उनकी शादी नहीं हो रही थी… अप्रैल महीने में स्वामी अनिरुद्धाचार्य जबलपुर में कथा करने आए थे.. इस कथा में इंद्र कुमार तिवारी भी शामिल हुए थे, उन्होंने अनिरुद्धाचार्य से अपनी शादी के बारे में सवाल पूछा था.. हजारों भक्तों के सामने खड़े होकर उन्होंने बताया था कि मेरी उम्र 45 साल से भी ज्यादा है और मेरे पास 18 एकड़ जमीन भी है. इसके बावजूद मेरी शादी नहीं हो रही है.. उनका ये वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल भी हुआ था.. लेकिन किसे पता था कि ये वायरल वीडियो अतिथि शिक्षक की हत्या की वजह बनेगा.. कुशीनगर की रहने वाली साहिबा बानो अपने फोन में रील देख रही थी.. अचानक उसकी नजर इंद्र तिवारी और अनिरुद्धाचार्य की वायरल रील पर पड़ती है… जैसे ही रील में उसे पता चलता है कि इंद्र तिवारी के पास करोड़ों की जमीन है तो उसके दिमाग में एक खौफनाक प्लान जन्म लेता है.. साहीबा अपने हिंदू बॉयफ्रेंड कुशल से पहले ही शादी कर चुकी थी.. वो अपने प्रेमी को भी इस साजिश का हिस्सा बना लेती है.. सबसे पहले साहिबा ने अपना नाम बदला और वो ख़ुशी तिवारी बन गई… उसने अपना फर्जी आधार कार्ड भी बनवा लिया. इसके बाद उसने इंद्र तिवारी से संपर्क किया.. दोनों के बीच बातचीत हुई और फिर खुशी ने इंद्र को प्रेमजाल में फंसाकर मंदिर में उससे शादी रचा ली.. दूसरी तरफ शादी न होने से परेशान इंद्र भी युवती को अपनी जिंदगी में पाकर खुश था… खुशी ने उसे जबलपुर से 600 किलोमीटर दूर गोरखपुर बुला लिया. शादी के बाद इंद्र और खुशी सुहागरात मनाने के लिए होटल गए. फिर वो उसे बहलाकर अपने गांव ले आई और वहां अपने बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी.