Indore Nagar Nigam: नगर निगम ने बढ़ाया टैक्स तो विरोध में एक साथ उतरे भाजपा और कांग्रेस के नेता…

इंदौर। कोरोना महामारी के कारण लोगों की आर्थिक स्थिति पहले से ही खराब चल रही है। वहीं हाल ही में मंहगाई के ग्राफ ने आम पब्लिक के बजट का गणित हिला दिया है। ऐसे में इंदौर नगर निगम को टैक्सों में बढ़ोत्तरी के लिए काफी विरोध का सामना करना पड़ रहा है। इंदौर नगर निगम द्वारा बढ़ाए गए टैक्सों के विरोध में भाजपा और कांग्रे के नेता एक साथ विरोध में उतर आए हैं। जहां कांग्रेस ने करों की बढ़ी हुई दरों का विरोध जताया है वहीं भाजपा के नेताओं ने भी करों की बढ़ोत्तरी को गलत करार दिया है। बता दें कि इंदौर नगर निगम ने हाल ही में कुछ करों में बृद्धि की थी। इसका काफी ऊंचे स्वरों में विरोध किया जा रहा है। कांग्रेस के नेताओं ने इसे सरकारी डकैती बताया है। वहीं भाजपा नेताओं ने करों की बृद्धि का विरोध जताया है।
जल-मल के नाम पर चुकाना होगा 10 हजार रुपए…
कांग्रेस के पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा और विधायक संजय शुक्ला ने पत्रकार वार्ता में कहा कि कोरोना के कारण लोगों की आर्थिक स्थिति बिगड़ी हुई है। ऐसे में सरकार और अधिकारी मिलकर आम नागरिकों की जेबों पर डाका डाल रहे हैं। नई दरों के हिसाब से दो-तीन कमरों वाले मकान मालिकों को अब सालाना 10 हजार रुपए जल-मल के नाम पर चुकाना होगा। वर्मा ने कहा कि कांग्रेस ने नॉटिफिकेशन जारी होते ही इसका विरोध किया था। अब भाजपा वाले नेता भी इसका विरोध करने का ढोंग कर रहे हैं।
भाजपा नेता मालिनी गौड़ ने भी सीएम को लिखा पत्र
बता दें कि भाजपा की नेता और पूर्व महापौर मालिनी गौड़ ने भी इसको लेकर विरोध जताया है। मलिनी बढ़ी हुई करों की बृद्धि को लेकर सीएम शिवराज सिंह को पत्र लिखा है। इस पत्र में गौड़ ने कहा कि टैक्स वृद्धि व नया टैक्स लगाने का प्रस्ताव निगम आयुक्त, निगम के प्रशासक व अन्य अधिकारियों ने लिया है। यह जनता के लिए सही नहीं है। इससे आम जनता की जेबों पर अतिरिक्त भार बढ़ेगा। इस फैसले में जनप्रतिनिधियों की कोई हिस्सेदारी नहीं रही। गौड़ ने अपने पत्र में कोरोना महामारी के कारण लोगों की खस्ता आर्थिक हालत का भी जिक्र किया है। गौड़ ने सीएम को लिखे पत्र में करों की बृद्धि को निरस्त करने का अनुरोध किया है।