हाइलाइट्स
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देशभर में 25 फरवरी को दोपहर 1:30 बजे श्रद्धांजलि सभा
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मुनि समय सागर महाराज संभालेंगे आचार्य पद
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डोंगरगढ़ चंद्रगिरी जैन तीर्थ पहुंचे अनुयायी
डोंगरगढ़। Dongargarh News: मुनि समय सागर महाराज छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ पहुंचे। जहां वे पहले विश्व विख्यात जैन मुनि आचार्य विद्यासागर महाराज के देवलोक गमन के बाद उनकी समाधि स्थल पहुंचे। उन्होंने समाधि स्थल और अस्थि-कलश के दर्शन किए।
बता दें यहां आचार्य विद्यासागर महाराज की समाधि बनाई जाएगी।
डोंगरगढ़ (Dongargarh News) पहुंचे आचार्य विद्यासागर महाराज के उत्तराधिकारी मुनि समय सागर महाराज ने कहा कि प्रभु के जो कार्य छूट गए थे।
उनको अमल में लाकर पहले पूरा किया जाएगा। वहीं उन्होंने चंद्रगिरी के संत भवन में संतों और भक्तों के बीच मंत्रणा की।
मुनि श्री के साथ मुनि प्रसस्थ सागर, अजीत सागर, मल्ली सागर, एलेकश्री विवेकानंद सागर और एलेकश्री दया सागर भी साथ रहे।
बता दें कि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ने 17 फरवरी को छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ (Dongargarh News) स्थित चंद्रगिरि तीर्थ में अंतिम सांस ली थी। उन्होंने 3 दिन से उपवास धारण कर रखा था।
25 को देशभर में होगी श्रद्धांजलि सभा
जानकारी मिली है कि 25 फरवरी को देशभर में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा। इसको लेकर देशभर से जैन मुनि और अनुयायी डोंगरगढ़ (Dongargarh News) चंद्रगिरी जैन तीर्थ पहुंचे हैं। 25 फरवरी को देशभर में श्रद्धांजलि सभा दोपहर 1.30 बजे एक साथ होगी।
आचार्य श्री ने किया था पद का त्याग
जानकारी मिली है कि आचार्य विद्यासागर महाराज ने 6 फरवरी के बाद आचार्य पद का त्याग कर दिया था। इसके साथ ही
मुनि समय सागर महाराज को आचार्य पद देने की घोषणा की थी। हालांकि इससे पहले उन्होंने मुनि योग सागर महाराज से चर्चा की थी।
अपने साथ ले जा रहे भभूत
चंद्रगिरी तीर्थ पहुंच रहे अनुयायी समाधि स्थल की भभूत माथे से लगाकर अपने साथ लेकर जा रहे हैं। चंद्रगिरी में भक्तों का तांता लग रहा है। बड़ी संख्या में देशभर से भक्त पहुंच रहे हैं।
आचार्य ज्ञान सागर महाराज ने दी थी दीक्षा
बता दें कि शरद पूर्णिमा 10 अक्टूबर 1946 को कर्नाटक के बेलगाम जिले के सद्गा ग्राम में जन्मे आचार्य विद्यासागर महाराज की बचपन से ही धर्म के प्रति आस्था थी। उन्हें आचार्य श्री ज्ञान सागर महाराज ने राजस्थान के अजमेर में 22 नवंबर 1972 को आचार्य पद की दीक्षा दी थी।
पहली दीक्षा भाई को दी
आचार्य बनने के बाद विद्यासागर महाराज (Dongargarh News) ने पहली दीक्षा अपने भाई को दी थी। उन्होंने 8 मार्च 1980 को छतरपुर में मुनि श्री समय सागर महाराज को पहली दीक्षा दी थी।
बता दें कि उनके गृहस्थ जीवन (Dongargarh News) के भाई समय सागर महाराज और योग सागर महाराज हैं। इसके बाद उन्होंने सागर जिले में योग सागर और
नियम सागर महाराज को दीक्षित किया। बता दें कि आचार्य श्री की दो बहनें शांता और सुवर्णा भी दीक्षा ले चुकी हैं।
समय सागर महाराज होंगे आचार्य
बता दें कि आचार्य विद्यासागर महाराज (Dongargarh News) के शिष्य समय सागर महाराज जैन धर्म के अगले जैन संत शिरोमणि आचार्य होंगे।
वे आचार्य श्री के गृहस्थ जीवन के भाई भी हैं। मुनि समय सागर महाराज 65 साल के हैं। बता दें कि आचार्य समय सागर महाराज पहले शांतिनाथ जैन के नाम से जाने जाते हैं।
उनके पिता का नाम मल्लप्पाजी जैन है। संत शिरोमणि आचार्य समय सागर महाराज छह भाई-बहनों में छठे नंबर पर थे। उनका जन्म 27 अक्टूबर 1958 को हुआ था।