मुंबई, 15 जनवरी (भाषा) महाराष्ट्र में एक महिला द्वारा लगाए गए बलात्कार के आरोप का सामना कर रहे कैबिनेट मंत्री धनंज्य मुंडे को राहत देते हुए उनकी पार्टी राकांपा ने उन्हें अभी मंत्री पद पर बने रहने देने का फैसला किया है। सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
सूत्रों के मुताबिक, विपक्षी भाजपा और मनसे के कुछ नेताओं द्वारा की गई महिला के खिलाफ उत्पीड़न की शिकायतों को देखते हुए यह निर्णय लिया गया।
पार्टी अध्यक्ष शरद पवार, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, जल संसाधन मंत्री जयंत पाटिल और वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल सहित राकांपा के कई शीर्ष नेताओं ने इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए बृहस्पतिवार देर रात यहां बैठक की।
बैठक पटेल के आवास पर आयोजित की गई थी।
शिवसेना की अगुवाई वाली एमवीए सरकार में सामाजिक न्याय मंत्री मुंडे (45) ने बलात्कार के आरोपों का खंडन किया और इसे ब्लैकमेल करने की कोशिश करार दिया।
भाजपा नेता कृष्ण हेगड़े ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि मुंबई की रहने वाली महिला कई सालों से उन्हें परेशान कर रही थी।
मनसे के एक नेता ने भी उस महिला के खिलाफ इसी तरह के आरोप लगाए हैं।
मुंडे ने महिला के खिलाफ ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया था।, अब अन्य पार्टी के नेताओं ने भी उस महिला पर ऐसे आरोप लगाए हैं।
भाजपा और मनसे नेताओं द्वारा लगाए गए आरोप से कहीं न कहीं मुंडे के दावों को बल मिला है। मुंडे से जुड़े मामले की पुलिस जांच चल रही है।
सूत्र ने बताया, ‘हमें जांच के नतीजे की प्रतीक्षा करने की आवश्यकता है। इसलिए, यह तय किया गया कि मुंडे इस पद पर बने रहेंगे।’
बृहस्पतिवार को, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने कहा था कि मुंडे के खिलाफ लगाए गए आरोप गंभीर हैं और पार्टी इस मुद्दे पर चर्चा करेगी और जल्द से जल्द इस पर फैसला करेगी।
पवार ने संवाददाताओं को बताया कि मुंडे ने बुधवार को उनसे मुलाकात की और इस प्रकरण को लेकर अपना पक्ष रखा।
हालांकि इस बीच, भाजपा ने मुंडे के इस्तीफे की मांग की है।
भाषा कृष्ण नरेश
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