नई दिल्ली। Mumbai Cruise drug Case मुंबई में क्रूज पर ड्रग्स के मामले में अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान सहित 20 लोगों को गिरफ्तार करने वाली भ्रष्टाचार निवारण ब्यूरो (एनसीबी) की टीम ने मामले की बेहद ‘ढीली’ जांच की है। यह दावा इस मामले की दोबारा जांच के लिए गठित एसआईटी ने किया है।
एसआईटी की जांच में ‘घोर अनियमितताएं’ बतायी गई हैं जैसे कि आरोपियों का अनिवार्य मेडिकल जांच नहीं कराना, छापे की कोई वीडियोग्राफी नहीं नहीं कराना और व्हाट्सऐप चैट का समर्थन करने वाला साक्ष्य का नहीं जुटाया जाना एनसीबी के महानिदेशक एस. एन. प्रधान ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि आरोपी के खिलाफ बहुत ज्यादा साक्ष्य एकत्र करने के नियम के विरुद्ध यह बेहद कम साक्ष्यों वाला मामला है। एनसीबी ने एक बयान में कहा कि उसने इस मामले की फिर से जांच करते हुए शंकाओं से परे साक्ष्य जुटाने के सिद्धांत को ध्यान में रखा। एसआईटी की टीम ने पाया कि एनसीबी की टीम ने तमाम अनियमितताएं की हैं और वह कथित रूप से इस मामले में आर्यन खान को फंसाना चाहती है।
एनसीबी ने शुक्रवार को मुंबई की एक अदालत में 14 आरोपियों के खिलाफ करीब 6,000 पन्नों का आरोपपत्र दाखिल किया। हालांकि एजेंसी ने आर्यन सहित छह लोगों के खिलाफ साक्ष्यों के अभाव में आरोपपत्र दाखिल नहीं किया है। आरोपपत्र में कई व्हाट्सऐप चैट, गवाहों और आरोपियों के बयान और अन्य तकनीकी जानकारियां हैं। अदालत द्वारा इसपर जल्दी संज्ञान लिए जाने की संभावना है। प्रधान ने कहा, ‘‘एसआईटी ने पाया कि जिनके खिलाफ आरोपपत्र दाखिल नहीं किया गया है, उनकी ना तो मंशा थी और ना हीं उन्होंने अपराध किया था। हालांकि, इस मामले में 14 लोगों के खिलाफ ठोस सबूत मिले हैं।’’
जिन लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल नहीं किया गया है या जिन्हें क्लीन चिट दी गई है, उनके नाम हैं… आर्यन खान, समीर सहगल, मानव सिंघल, भास्कर अरोड़ा, गोपालजी आनंद और अविन साहू। आरोपपत्र में जिन आरोपियों के नाम हैं, वे हैं… विक्रांत चोक्कर, मोहक जस्वाल, इश्मित एस. चड्ढा, गोमित चोपड़ा, अब्दुल कादर शेख, श्रेयस सुरेंद्र नायर, मनीष राजगड़िया, चिनेदू इग्वे, शिवराज आर. हरिजन, नुपूर सतीजा, ओकोरो उजेओमा, अरबाज मर्चेंट, मुम्मुन धमीचा और अचित कुमार।