नई दिल्ली। Mukul Rohatgi इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है जहां पर भारत के 14वें अटॉर्नी जनरल के तौर पर सीनियर एडवोकेट मुकुल रोहतगी पदभार संभालेगें। माना जा रहा है कि, 30 सितंबर के बाद वे केके वेणुगोपाल का स्थान ग्रहण करेंगे।
वेणुगोपाल का 2 बार बढ़ाया कार्यकाल
आपको बताते चलें वेणुगोपाल को 1 जुलाई 2017 को तीन साल के लिए अटॉर्नी जनरल नियुक्त किया गया था जहां पर संशोधन करने के बाद इसे दो बार बढ़ाया गया था। वहीं पर बनने वाले अटार्नी जनरल मुकुल रोहतगी की बात की जाए तो, इससे पहले वे जून 2014 से जून 2017 के बीच एजी रह चुके हैं।
क्या होता है अटॉर्नी जनरल का पद?
आपको बताते चलें कि, अटॉर्नी जनरल केंद्र सरकार के लिए देश के सबसे शीर्ष कानून अधिकारी और मुख्य कानूनी सलाहकार होते हैं। जो सुप्रीम कोर्ट में महत्वपूर्ण मामलों में केंद्र सरकार का प्रतिनिधित्व करते हैं। अटॉर्नी जनरल सरकार का प्रथम विधि अधिकारी होता है।