Mridula Sinha passes away : पूर्व राज्यपाल मृदुला सिन्हा का निधन,PM मोदी ने जताया दुख

नई दिल्ली। गोवा की पूर्व राज्यपाल मृदुला सिन्हा (77) का आज निधन हो गया। मृदुला सिन्हा Mridula Sinha passes away के निधन के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा कि मृदुला सिन्हा जी को जनता की सेवा के लिए उनके प्रयासों के लिए याद किया जाएगा। वह एक कुशल लेखिका भी थीं, जिन्होंने साहित्य के साथ-साथ संस्कृति की दुनिया में भी व्यापक योगदान दिया। उनके निधन से दुखी हूं। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना। ओम शांति।
Smt. Mridula Sinha Ji will be remembered for her efforts towards public service. She was also a proficient writer, making extensive contributions to the world of literature as well as culture. Anguished by her demise. Condolences to her family and admirers. Om Shanti. pic.twitter.com/EmYWcFEb5g
— Narendra Modi (@narendramodi) November 18, 2020
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गोवा की पूर्व राज्यपाल व वरिष्ठ भाजपा नेता मृदुला सिन्हा Mridula Sinha के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “मृदुला सिन्हा जी ने जीवन पर्यन्त राष्ट्र, समाज और संगठन के लिए काम किया। उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूँ।”
गोवा की पूर्व राज्यपाल व वरिष्ठ भाजपा नेता मृदुला सिन्हा जी का निधन बहुत दुःखद है। उन्होंने जीवन पर्यन्त राष्ट्र, समाज और संगठन के लिए काम किया। वह एक निपुण लेखिका भी थी, जिन्हें उनके लेखन के लिए भी सदैव याद किया जाएगा। उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूँ। ॐ शान्ति
— Amit Shah (@AmitShah) November 18, 2020
राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1977 में हुई
मृदुला सिन्हा का जन्म 1942 में बिहार के छपरा जिले के कांटी प्रखंड निवासी राम छबिला सिंह और अनूपा देवी के घर हुआ था। उन्होंने शुरुआती शिक्षा लखीसराय बालिका विद्यापीठ तथा बीए की डिग्री एमडीडीएम कॉलेज से हासिल की। इसके बाद बिहार विश्वविद्यालय से पीजी की डिग्री हासिल की। पढ़ाई पूरी करने के बाद वह एसकेएस महिला कॉलेज, मोतिहारी में प्रोफेसर बनीं। 1959 में उनकी शादी रामकृपाल सिंह से हुई। पति-पत्नी दोनों स्थापना काल से ही जनसंघ से जुड़े थे, पर मृदुला सिन्हा के राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1977 में हुई। 77 में केंद्र में जब पहली बार गैर कांग्रेसी सरकार बनी तो मोरारजी देसाई की सरकार में पति रामकृपाल सिंह को श्रमराज्य मंत्री बनाया गया। इसके बाद सभी बिहार से दिल्ली आ गए।