MPPSC Aspirants Indore NEYU: इंदौर में बुधवार को एमपीपीएससी के दफ्तर के सामने दिनभर प्रदर्शन हुआ और रात में भी कड़ाके की ठंड के बावजूद हजारों छात्र डटे रहे। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे सुबह से यहां बैठे हैं और रात को भी यहीं रहेंगे। यह प्रदर्शन नेशनल एजुकेडेट यूथ यूनियन (NEYU) के नेतृत्व में किया जा रहा है। यूनियन की राष्ट्रीय कोर कमेटी सदस्य राधे जाट ने बताया कि प्रदर्शन आज सुबह 10 बजे शुरू हुआ और इसमें लगभग 10 से 15 हजार छात्र शामिल हुए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जब तक हमारी मांगों का लिखित में समाधान नहीं देते, तब तक यह आंदोलन अनिश्चितकालीन चलेगा। सभी मांगें जायज हैं और उन्हें पूरा किया जाना चाहिए।
प्रदर्शन में शामिल स्टूडेंट्स ने क्या कहा?
आकृति लोधी ने कहा, “हम सुबह से बैठें हैं। एमपी लोकसेवा आयोग परीक्षा के बाद इंटरव्यू नहीं ले रहा है और रिजल्ट भी नहीं आ रहा है। इस वजह से कई छात्र ओवर एज हो रहे हैं। हम सब रातभर यहीं रहेंगे। सागर से आए हरि ठाकुर ने बताया, “मैं 6 साल से तैयारी कर रहा हूं। बिहार जैसे राज्य में पीएससी की 3 हजार पोस्ट होती हैं, जबकि एमपीपीएससी में केवल 110 पोस्ट आती हैं। आयोग 100 सवाल भी सही नहीं बना पाता है। शहडोल जिले से आए शौर्य पटेल ने कहा, “वैकेंसी कम आ रही हैं, इन्हें बढ़ाकर 700 से अधिक किया जाए। हमारा मानना है कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होतीं, हम यहीं रुकेंगे।
स्टूडेंट्स की प्रमुख मांगें
- 2019 की मुख्य परीक्षा की कॉपियां दिखाई जाएं और मार्कशीट जारी की जाए।
- MPPSC 2025 में राज्य सेवा में 700 और वन सेवा में 100 पदों के साथ नोटिफिकेशन जारी हो।
- 2023 राज्य सेवा मुख्य परीक्षा का परिणाम शीघ्र घोषित किया जाए।
- 87/13 फॉर्मूला समाप्त कर सभी परिणाम 100 प्रतिशत जारी किए जाएं।
MPPSC भर्ती प्रक्रिया में सुधार की मांगें
- प्रारंभिक परीक्षा में UPSC की तरह एक भी गलत सवाल न पूछा जाए।
- नेगेटिव मार्किंग लागू की जाए।
- CGPSC की तरह मुख्य परीक्षा की कॉपियों की जांच की जाए।
- इंटरव्यू के अंक कम किए जाएं।
- इंटरव्यू के दौरान उम्मीदवारों के नाम, कैटेगरी और सरनेम को छिपाकर वीडियो रिकॉर्डिंग की जाए।
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